आगरा: आगरा की एसटीएफ यूनिट व थाना शमशाबाद पुलिस ने संयुक्त कार्यवाही करते हुए फर्जी तरीके से फाइनेंस पर दो पहिया वाहन दिलाने वाले एक गैंग का पर्दाफाश किया है. इस गैंग के सरगना सहित कुल 7 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इनके कब्जे से 13 मोटरसाइकिल व अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं जिन्हें यह फर्जी तरीके से लोन दिलाने में प्रयोग करते थे.
आगरा की एसटीएफ यूनिट को सूचना मिली थी कि जिले में फर्जी तरीके से फाइनेंस करा कर वाहन दिलाने वाला एक गिरोह सक्रिय है. इस सूचना पर कार्रवाई हुए पुलिस ने इस गैंग को धर दबोचा है. बताया गया है इस गैंग ने अब तक करीब 200 मोटरसाइकिलों को इसी तरह से ग्राहकों को दिलवाया है. इस गैंग का सरगना एक प्राइवेट बैंक का कर्मचारी था. जिसने यह पूरा गैंग तैयार किया था. फिलहाल पुलिस ने इस गैंग के 7 सदस्यों को गिरफ्तार किया है और इस गैंग के दो सदस्य अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं. इन्हें भी पुलिस जल्द गिरफ्तार करने का दावा कर रही है. गिरफ्तार हुए शातिरों के कब्जे से लैपटॉप, प्रिंटर, फिंगरप्रिंट सेंसर, मोबाइल फोन, आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक पासबुक सहित अन्य सामान बरामद हुए हैं.
फर्जी तरीके से वाहनों का फाइनेंस करा देते थे
आगरा एसएसपी बबलू कुमार के मुताबिक पुलिस उन लोगों की भी तलाश कर रही है जिन्होंने लालच में आकर फर्जी तरीके से अपने डाक्यूमेंट्स देकर इन शातिरों के सहयोग से वाहन फाइनेंस करवाए.
दरअसल, ये शातिर आधी कीमत में गाड़ी खरीदवाने का लालच देकर लोगों को अपने भरोसे में लेते और उनके डाक्यूमेंट्स को एडिट कर फर्जी तरीके से वाहनों का फाइनेंस करा देते थे. चूंकि ग्राहक को भी लगता कि उसके पैसे बच रहे हैं, तो वो भी अपराध में साथ देने को तैयार हो जाता. आगरा पुलिस इन फाइनेंस कम्पनियों को एक एडवायजरी भी जारी करने जा रही है, ताकि आगे से इस तरह के फ्रॉड को रोका जा सके.
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