Agra: बच्ची को 10-15 दिन पहले काटा था आवारा कुत्ते ने, परिवार की इस लापरवाही ने ले ली मासूम की जान
UP News: आवारा कुत्तों के आतंक ने यूपी में एक बच्ची की जान ले ली. अधिकारियों का कहना है कि लड़की के परिवार ने इलाज को लेकर दी गई सलाह को नजरअंदाज किया था. परिवार ने लड़की का घरेलू उपचार किया.
Agra News: उत्तर प्रदेश के आगरा में एक आठ वर्षीय लड़की को दो हफ्ते पहले आवारा कुत्ते ने काट लिया था और शनिवार को उसकी मौत हो गई. एक अधिकारी ने मंगलवार (24 अक्टूबर) को यह जानकारी दी. अधिकारी के मुताबिक, लड़की की मां ने 'एंटी-रेबीज वैक्सीन' (एआरवी) लगवाने के बजाय कथित तौर पर घरेलू उपचार का इस्तेमाल किया था.
बाह ब्लॉक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) के प्रमुख डॉ. जितेंद्र वर्मा ने न्यूज़ एजेंसी पीटीआई को बताया कि लड़की को अंतिम क्षणों में स्वास्थ्य केंद्र लाया गया था और परिवार को इलाज के लिए आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज जाने की सलाह दी गई थी, जिसे उन्होंने नजरअंदाज किया.
10-15 दिन पहले काटा था कुत्ते ने
उन्होंने बताया कि हालत बिगड़ने पर एसएन मेडिकल कॉलेज ले जाते समय लड़की की रास्ते में मौत हो गई. उन्होंने बताया, ''लड़की को करीब 10 से 15 दिन पहले एक आवारा कुत्ते ने काटा था. उसने घटना के बारे में अपनी मां के अलावा अपने परिवार में किसी को नहीं बताया. उसकी मां ने घरेलू उपचार किया लेकिन जब लड़की की हालत बिगड़ गई तो वह उसे शनिवार को स्वास्थ्य केंद्र पर ले आईं.''
वैक्सीन लगवानी जरूरी
डॉ. वर्मा ने बताया कि लड़की बाह ब्लॉक के चौसंगी गांव की रहने वाली थी. उसके पिता धर्मेंद्र सिंह एक मजदूर हैं और उनकी मां एक गृहिणी हैं. डॉ. वर्मा ने बताया, ''कुत्ते के काटने के बाद एआरवी की पहली खुराक पीड़ित को 24 घंटे के भीतर दी जानी चाहिए. उसके बाद तीसरे दिन और फिर सातवें दिन एआरवी वैक्सीन लगवानी चाहिए. अंतिम खुराक 28वें दिन दी जानी चाहिए.''
आगरा में इससे पहले भी आवारा कुत्तों का आतंक देखने को मिला था. आगरा के अलावा झांसी, अमरोहा और अन्य जिलों में भी आवारा कुत्तों के काटने की घटनाएं सामने आती रही हैं.
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