Shahjahan Urs in Taj Mahal: दक्षिणपंथी संगठन अखिल भारत हिंदू महासभा (Akhil Bharat Hindu Mahasabha) ने मंगलवार से ताज महल (Taj Mahal) में शुरू हुए 'उर्स' का विरोध किया है. अखिल भारत हिंदू महासभा के पदाधिकारियों ने यमुना किनारे शिव चालीसा का पाठ कर गंगाजल से जलाभिषेक किया. हिंदूवादी नेताओं ने नारे भी लगाए. हिंदूवादी संगठन ताज महल को तेजोमहल होने का दावा करते हैं. अखिल भारत हिंदू महासभा के पदाधिकारी हाथ में भगवा ध्वज लेकर विरोध करने पहुंचे थे.
आगरा के ताज महल में शाहजहां के उर्स का विरोध
आज से मुगल बादशाह शाहजहां का 369वां उर्स शुरू हो गया है. ताज महल में शाहजहां के उर्स का आयोजन 8 फरवरी तक होगा. अखिल भारत हिंदू महासभा की अध्यक्ष मीना दिवाकर की अगुवाई में शिव चालीसा का पाठ किया गया. उन्होंने बताया कि ताज महल में आयोजित होनेवाले उर्स के खिलाफ अदालत का रुख किया गया है. याचिका में उर्स पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई है. आगरा की अदालत से नोटिस भी जारी हो चुका है.
हिंदूवादी नेताओं ने किया शिव चालीसा का पाठ
बावजूद इसके ताज महल में उर्स का आयोजन हो रहा है. इसका मतलब हुआ कि उर्स कमेटी अदालत का नियम नहीं मानती है. धारा 144 लागू होने के बावजूद ताज महल में लोगों की बड़ी संख्या जुटेगी. मीना दिवाकर ने मांग की कि ताज महल में उर्स का आयोजन नहीं होना चाहिए. उर्स पर रोक की मांग ज्ञापन के जरिए पूर्व में भी की जा चुकी है. उन्होंने चेतावनी दी कि उर्स के नहीं रोके जाने कार्यकर्ता ताज महल में घुसकर शिव तांडव करेंगे. बता दें कि उर्स के मौके पर तीन दिनों तक ताज महल में एंट्री का शुल्क एएसआई नहीं वसूलता है. विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्मारक ताज महल का दीदार करने बड़ी संख्या में पर्यटक आगरा पहुंचते हैं.