Agra News: यूपी विधानसभा चुनाव में भगवा और हिजाब की आड़ में वोटों का ध्रुवीकरण करने के प्रयास तमाम राजनैतिक दलों के द्वारा किया जा रहा है. जाति और धर्म के नाम पर राजनीति करने वालों के लिए मोहब्बत की नगरी आगरा का मदरसा मोइन उल इस्लाम एक जवाब की तरह है. आगरा के इस मदरसे में हिन्दू और मुस्लिम दोनों धर्मों के बच्चे भागवत गीता के श्लोक और कुरान-ए-पाक के कलमे पढ़ते और उनके ज्ञान को आत्मसात करते हैं.


मदरसे के संचालक मौलाना उजैर का कहना है की शिक्षा के स्थान पर जाति-धर्म के नाम पर बंटवारा नहीं हो सकता है. मदरसे के मौलाना उजैर जो कि एक धर्मगुरु हैं और सर्व धर्म समभाव की भावना के साथ हमेशा शहर का सौहार्द और सद्भाव बना रहने के लिए सभी धर्मों के धर्मगुरुओं के साथ कदम से कदम मिलाकर चलते हैं.


संचालक मौलाना उजैर ने कही ये बात


संचालक मौलाना उजैर का कहना है कि इंसान को आपस में मिलजुलकर रहना चाहिए. धर्म मे कभी बांटने की बात नहीं कही गयी है. मैं लोगों को कहना चाहता हूं कि शुक्र है तुम्हे इंसान बनाया गया है और तुम मिलकर रह सकते हो. अगर ऊपरवाला तुम्हें जानवर बनाता तो तुम क्या कर पाते. ईश्वर और अल्लाह का शुक्रिया मानते हुए सबको मिलकर रहना चाहिए.


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