UP News: देश की आजादी के 75 साल पूरे होने पर आगरा में बीजेपी (BJP) संगठन की तरफ से कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं वहीं दूसरी तरफ सरकारी विभाग भी जोर-शोर से तैयारियां में जुटा हुआ है. वहीं आगरा की जिला जेल (Agar District Jail) भी इसमें पीछे नहीं है. आगरा जिला जेल में प्रशिक्षित महिला और पुरुष कैदी भी अपने हाथों से तिरंगा बना रहे हैं. झंडा बनाने की सामग्री एक एनजीओ ने उपलब्ध कराई है.
5000 से अधिक झंडे बनाएंगे कैदी
जेल अधीक्षक पीडी सलोनिया ने बताया कि अलग-अलग शिफ्ट में दो महिला कैदी और दो पुरुष कैदियों को इसकी जिम्मेदारी दी गई है जो एक दिन में 300 से 500 तिरंगे झंडे बना रहे हैं. जिला जेल में 10 अगस्त तक करीब 5000 से ज्यादा तिरंगे बनाने का लक्ष्य रखा गया है. वहीं यहां के कैदियों को तिरंगा बनाने पर गर्व महसूस हो रहा है. कैदियों कहना है कि उन्हें खुशी है कि उनके द्वारा बनाए गए झंडे सरकारी दफ्तरों और घरों पर फहराए जाएंगे.
हर झंडे पर कैदियों को दिए जा रहे हैं 2 रुपये
जेल अधीक्षक पी डी सलोनिया ने कहा, ' 'हर घर तिरंगा अभियान' के तहत एक स्वयंसेवी संस्था 'सत्यमेव जयते' द्वारा उन्हें झंडा बनाने के लिए सामग्री उपलब्ध कराई गई थी. हमारे यहां दो महिला और दो पुरुष कैदी शिफ्ट में लगातार झंडे बना रहे हैं. कैदियों को इसके लिए दो रुपए प्रति झंडा मेहनताना भी दिया जा रहा है.'
ये भी पढ़ें -