Agra Jama Masjid Case: आगरा की जामा मस्जिद को लेकर एक बार फिर से विवाद सामने आया है. आगरा जामा मस्जिद की सीढ़ियों ने भगवान श्री कृष्ण के विग्रह दबे होने का दावा किया गया है.यह दावा कानूनी रूप से दायर किया गया .सनातन धर्म रक्षा पीठ वृंदावन के पीठाधीश्वर की ओर से आगरा न्यायालय में याचिका दायर की गई है और दावा किया गया है कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि के मूल गर्भगृह की प्राण प्रतिष्ठित विग्रह को आगरा की जामा मस्जिद को सीढ़ियों से में निकलवाने के लिए यह याचिका दायर की गई है.



सनातन धर्म रक्षा पीठ वृंदावन के पीठाधीश्वर कौशल किशोर की ओर से याचिका दायर की गई. केस में मुख्य रूप से याचिकाकर्ताओं ने बताया कि श्रीकृष्ण के मूल वंशज जादौन जडेजा भाटी छौंकर रावल शूरसैनी आदि हैं. यह विग्रह उनके अस्तित्व की विरासत है उस यदुवंशी समाज के अस्तित्व की विरासत को बचाने एवं ब्रज के अस्तित्व निर्माण का कार्य सनातन धर्म रक्षा पीठ कर रही है.

सर्वे में सीढ़ियों की सच्चाई सामने आ जाएगी
सनातन धर्म का सबसे बड़ा ज्ञान गीता उपदेश देने वाले श्री कृष्ण का विग्रह  एवं सनातन धर्म के सबसे महत्वपूर्ण भगवान श्रीकृष्ण की है. इसी सनातन को बचाने के लिए एवं ब्रजवासी जनों के भाव की रक्षा करने के लिए याचिकाकर्ता ने अपने इष्ट देव भगवान श्रीकृष्ण के केशवदेव विग्रह को निकलवाने के लिए याचिका दायर की है. याचिकाकर्ता की मांग कि न्यायालय जामा मस्जिद की सीढ़ियों का सर्वे कराए. सर्वे में सीढ़ियों की सच्चाई सामने आ जाएगी. अगर हमारे इष्ट भगवान के विग्रह दबे हुए है तो उनको निकाला जाए. सीढ़ियों का जो भी नुकसान होगा, उसकी भरपाई हम करेंगे.

आगरा न्यायालय में वाद दाखिल करने वाले सनातन धर्म रक्षा पीठ वृंदावन के पीठाधीश्वर कौशल किशोर के साथ सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता रीना सिंह और सामाजिक लोग शामिल हुए .याचिकाकर्ता का कहना है, हमारी आस्था है और हम अपनी आस्था के लिए न्यायालय पहुंचे. कोर्ट से हम मांग कर रहे है कि जामा मस्जिद की सीढ़ियों की जांच कराई जाए. उसमे विग्रह निकल कर सामने आयेंगे. सीढ़ियों में जो भी नुकसान होगा. उसकी भरपाई हम करेंगे, सब सर्वे कराया जाए.


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