जामा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे दबा है भगवान केशव देव का विग्रह? जानें- क्या है पूरा मामला
Agar News: आगरा जामा मस्जिद की सीढ़ियों को लेकर श्री कृष्ण जन्मभूमि ट्रस्ट द्वारा आगरा न्यायालय में याचिका दाखिल मामले में 2 फरवरी को सुनवाई हुई. कोर्ट ने सुनवाई की अगली तारीख 12 फरवरी तय की हैं.
Agra Shahi Jama Masjid Case: आगरा की जामा मस्जिद की सीढ़ियों को लेकर श्री कृष्ण जन्मभूमि संरक्षित सेवा ट्रस्ट द्वारा आगरा न्यायालय में दाखिल मामले पर 2 फरवरी को कोर्ट में सुनवाई हुई. सुनवाई करने के बाद कोर्ट ने अगली सुनवाई के लिए 12 फरवरी की तारीख तय की है. श्री कृष्ण जन्मभूमि संरक्षित सेवा ट्रस्ट द्वारा आगरा न्यायालय में याचिका दाखिल की गई थी, कि और याचिका में कहा गया कि आगरा की जामा मस्जिद की सीढ़ियों में भगवान श्री कृष्ण केशव देव की प्रतिमा के विग्रह दबे हुए हैं.
याचिका में दावा किया है कि मुगल काल में भगवान केशव देव की प्रतिमा को तोड़कर विग्रह जामा मस्जिद की सीढ़ियों में दबाए गए हैं. मांग की गई है की जामा मस्जिद की सीढ़ियों को तोड़कर भगवान केशव देव के विग्रह निकले जाएं साथ ही यह भी कहा गया था कि जामा मस्जिद की सीढ़ियों में भगवान केशव देव के विग्रह दबे हुए हैं और लोग सीढ़ियों पैर रखकर आते जाते हैं. जिससे हमारी धार्मिक भावनाएं आहत हो रही हैं.
इस याचिका में कोर्ट से मांग की गई कि जामा मस्जिद की सीढ़ियों को तोड़कर भगवान केशव देव की मूर्ति के विग्रह हमें दिए जाएं , जिससे हम उन्हें सुरक्षित स्थापित कर सके . श्री कृष्ण जन्मभूमि सरक्षित सेवा ट्रस्ट के अधिवक्ता विनोद कुमार शुक्ल ने बताया कि कोर्ट में 2 फरवरी को सुनवाई हुई है और अब अगली सुनवाई के लिए 12 फरवरी की तारीख तय की गई है , अब मामले की अगली सुनवाई 12 फरवरी होगी.
'अगली सुनवाई 12 फरवरी को'
आगरा की जामा मस्जिद की सीढ़ियों में केशव देव के विग्रह दबे होने के दावे वाली याचिका पर 2 फरवरी को आगरा न्यायालय में सुनवाई हुई. और अगली सुनवाई के लिए 12 फरवरी की तारीख तय की गई है. श्री कृष्ण जन्मभूमि संरक्षित सेवा ट्रस्ट द्वारा याचिका में कहा गया कि आगरा की जामा मस्जिद में भगवान केशव देव की प्रतिमा के विग्रह दबे हुए हैं और सीढ़ियों को तोड़कर भगवान केशव देव के विग्रह हमें दिए जाएं जिसे सुरक्षित हम स्थापित कर सकें, यह हमारी आशा से जुड़ा है और सीढ़ियों पर लोग पैर रखकर आते जाते हैं. जिससे हमारी धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं, आगरा न्यायालय में मामले की सुनवाई 12 फरवरी को होगी.
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