UP News: आगरा के सूर सरोवर पक्षी विहार में कीठम झील में सैकड़ों मछलियों की मौत का मामला सामने आया है. आगरा-मथुरा रोड स्थित सूर सरोवर पक्षी विहार कीठम झील में सैकड़ो की संख्या में मछलियों की मौत हो गई है, जिस झील का पानी जलीय जीवों को जीवन देता है वही पानी जलीय जीवों के लिए संकट बन गया. कीठम झील का पानी इतना प्रदूषित हो गया कि मछलियां की मौत हो गई. कीठम झील में प्रदूषित पानी आया, जिसके बाद पानी में प्रदूषण की मात्रा इतनी अधिक बढ़ गई कि जलीय जीवों के जीवन पर संकट बन आया.
कीठम झील के पानी में प्रदूषण की मात्रा इतनी अधिक हो गई कि मछलियों की मौत हो गई, जिसको लेकर अब वन विभाग गंभीर है. कीठम का पानी प्रदूषित न हो इसके लिए प्रभावी कदम उठाए जाने की बात कही जा रही है. यमुना से प्रदूषित पानी कीठम झील में आया तो झील का पानी भी प्रदूषित हो गया. कीठम झील में यमुना नदी का पानी आता है, यमुना नदी का पानी इतना प्रदूषित था कि वन विभाग ने सिंचाई विभाग से संपर्क कर पानी को रुकवाया. इसके साथ ही प्रदूषण विभाग ने भी पानी के सैंपल लिए हैं, ताकि पता चल सके कि आखिर पानी में ऐसा क्या कैमिकल आया जिससे पानी पानी इतना दूषित हो गया.
इस पूरे मामले पर डीएफओ आगरा आरुषि मिश्रा ने बताया करीब 15 दिन पहले हमने देखा कि कीठम में पानी बहुत गंदा आ रहा था. जिसमें झाग उठा रहा था, जिस नहर से हमारे पास पानी आता है उस नहर को देखा गया तो उस नहर में छाग उठ रहे थे. इतना कि अगल-बगल के जो उसके पेड़ थे वह भी झुलसे हुए थे, तो साफ तोर से पता चला कि गंदा पानी आ रहा है जिससे मछलियों की मौत हुई. जब हमें पता चला तो सिंचाई विभाग के गेट हैं, जहां से पानी आता है उसे बंद कराया गया. यमुना का जो गंदा पानी है वो कीठम में ना आए और पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने पानी के सैंपल लिए. पानी को आठ जगहों से चेक कराया गया, उसकी रिपोर्ट भी आई थी जिसके बेसिस पर इसे बार-बार डिस्कशन हो रहा है कि गंदे पानी को सिकंदरा के साइड से डायवर्सन कर दिया जाए. जो कीठम में ना आने पाए, आज इस मामले में लखनऊ में भी मीटिंग है, हम एक प्रोजेक्ट बनाने की कोशिश कर रहे हैं जिससे कीठम में पानी साफ पानी आए.