Agra Latest News: मशहूर साहित्यकार शेक्सपियर ने कहा है कि नाम में क्या रखा है. लेकिन उत्तर प्रदेश में सियासत नाम के इर्द गिर्द ही घूमती है. आगरा (Agra) में एक बार फिर नाम की सियासत तेज होती दिख रही है. आगरा दौरे पर आए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) जब मेट्रो प्रोजेक्ट का स्थलीय निरीक्षण कर रहे थे, तब आगरा छावनी से विधायक जीएस धर्मेश ने मांग रखी कि प्रस्तावित जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशन का नाम बदलकर प्राचीन शिव मंदिर मनकामेश्वर मंदिर के नाम पर रखा जाए.
विधायक की इस मांग का समर्थन मौके पर मौजूद सभी जनप्रतिनिधियों ने किया और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने प्रस्तावित मेट्रो का नाम बदलने के बाबत कागजी कार्यवाही के निर्देश मेट्रो अधिकारियों को दिए. इसको लेकर विधायक धर्मेश का कहना है कि जनता की मांग को मैंने उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के सामने रखा और उन्होंने इसको लेकर आवश्यक दिशा निर्देश अधिकारियों को दिए हैं.
नाम बदलने के प्रस्ताव पर क्या कहना है हिंदूवादी संगठन का?
इस मामले में हिंदूवादी संगठन सरकार के इस कदम का स्वागत कर रहे हैं. राष्ट्रीय हिंदू परिषद (भारत) नाम का संगठन चलाने वाले गोविंद पाराशर का कहना है कि मेट्रो स्टेशन का नाम बदलकर हिंदुओं की आस्था के केंद्र मनकामेश्वर मंदिर के नाम पर होने का हम स्वागत करते हैं.
जामा मस्जिद की तामीर मुगल बादशाह शाहजहां की बेटी ने रखी थी. उसी से 100 मीटर की दूरी पर हजारों साल प्राचीन मंदिर मनकामेश्वर है, जो शिव भक्तों की आस्था का सबसे बड़ा केंद्र है. मंदिर के महंत योगेश पुरी के मुताबिक सरकार ने फैसला जन आस्था के अनुरूप लिया है. नामकरण संस्कार तो हमारे हिंदू धर्म का 16 संस्कारों में से एक है.
इस मामले में जामा मस्जिद और मुस्लिम समुदाय के लोगों में नाराजगी है लेकिन कैमरे पर कोई भी खुलकर बोलना नहीं चाहता. हालांकि मुस्लिम कार्यकर्ता समी आगाई कहते हैं कि जिस जगह दलितों की बड़ी आबादी रहती है, तो उस जगह मेट्रो स्टेशन किसी धार्मिक स्थल के नाम पर ना रखकर संविधान शिल्पी और दलितों के मसीहा डॉ भीमराव आंबेडकर के नाम पर क्यों ना रखा जाए. बता दें कि जामा मस्जिद 330 साल पुरानी है तो वहीं मनकामेश्वर शिव मंदिर हजारों साल प्राचीन है.
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