UP News: ब्लॉगर रितिका सिंह मर्डर केस (Blogger Ritika Murder Case) में उनका परिवार न्याय दर-दर की ठोकरें खा रहा है. हत्या के आरोपी भले ही सलाखों के पीछे हैं लेकिन असली मास्टरमाइंड अभी खुलेआम घूम रहे हैं. 24 जून को आगरा (Agra) के ओम श्री प्लेटिनम अपार्टमेंट में रितिका की उसके पूर्व पति आकाश गौतम ने चार साथियों के साथ मिलकर हत्या कर दी थी. इस मामले में आकाश गौतम, काजल, कुसमा, अनवर और चेतन को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
रितिका के परिवार ने पुलिस को सौंपे अहम सबूत
उधर, एडीजी राजीव कृष्ण से मुलाकात पर रितिका के माता-पिता ने सभी साक्ष्य उनको सौंपे जिसमें दीपाली अग्रवाल नाम की महिला और आकाश के बीच घटना के वक्त हुई बातचीत का ब्यौरा है. आकाश गौतम की सीडीआर रिपोर्ट से पता चला है कि हत्या के समय उसकी दीपाली अग्रवाल से लगातार बात हो रही थी. हत्या के समय और हत्या के बाद भी आकाश गौतम और दीपाली अग्रवाल लगातार एक-दूसरे के संपर्क में थे. बताया जा रहा है कि दीपाली अग्रवाल के इशारे पर आकाश और उसके साथियों ने हत्या को अंजाम दिया.
दीपाली अग्रवाल के परिवार को बचाने के आरोप
हत्या की साजिश और हत्या के लिए फिरौती की रकम देने में अनिल धर, सत्यम धर और दीपाली का नाम प्रमुख रूप से सामने आया था. एबीपी गंगा से बातचीत में रितिका के परिजनों ने कहा कि थाना ताजगंज पुलिस द्वारा लगातार साक्ष्यों को दबाया जा रहा है और घटना के दिन से ही साक्ष्यों की अनदेखी की जा रही है. थाना ताजगंज द्वारा साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ की जा रही है और दीपाली उसके पिता अनिल धर और भाई सत्यम धर को थाना ताजगंज द्वारा बचाया जा रहा है और पुख्ता सबूत होने के बावजूद उन्हें अभी तक गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है.
रितिका ने दीपाली पर दर्ज कराया था केस
दीवाली और उसका परिवार इस मामले में मास्टर माइंड है. रितिका ने दीपाली के खिलाफ टूंडला थाने में केस दर्ज कराया था. इसके अलावा पुलिस अधिकारियों को ऑनलाइन शिकायत की गई थी और साथ ही रितिका की डायरी का पन्ना वायरल हुआ है जिससे इस बात के संकेत मिलते हैं कि दीपाली, रितिका के पीछे हाथ धोकर पड़ी हुई थी. घटना के वक्त जिस बाइक का इस्तेमाल किया गया वह आशा गर्ग के नाम है जो दीपाली की मां है. पुलिस ने उसे भी मौके से बरामद किया है और अब तो सीडीआर की रिपोर्ट इस पूरे घटनाक्रम से पर्दा उठा रही है.
रितिका की मां मंजू सिंह और पिता सुरेंद्र सिंह के मुताबिक घटना से पहले कई दिनों से दीपाली अग्रवाल और आकाश गौतम आपस में बात कर रहे हैं जो कि सीडीआर रिपोर्ट में साफ दिखाई दे रहा है. घटना से दो दिन पहले 22 जून की रात 8 से 9.30 के बीच आकाश गौतम, दीपाली अग्रवाल, अनिल घर और सत्यम धर रानीवाला कंपाउंड स्तिथ दीपाली अग्रवाल के घर पर मौजूद थे जो सीडीआर रिपोर्ट में साफ़ साफ़ दिखाई दे रहा है. वहीं अनिल धर ने खुद आकाश गौतम और उसके साथियों के साथ रितिका के अपार्टमेंट की रेकी की थी. सोसाइटी के सुपरवाइजर सुनील शर्मा ने उन्हें यह जानकारी दी थी. सुनील का बयान ताजगंज थाना पुलिस ने दर्ज किया था.
ये भी पढ़ें -
UP News: मंत्री संजय निषाद की मुश्किलें और बढ़ी, पहले गैर जमानती वारंट, अब MP-MLA कोर्ट से भी समन