आगरा: मेट्रो के निर्माण से मकानों में आई दरारे, पीड़ित परिवारों ने की मुआवजा देने की मांग
UP News: आगरा में चल रही मेट्रो परियोजना के कारण कुछ घरों में दरारें आ गई हैं. कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने ने मेट्रो अधिकारियों के साथ बैठक की और स्थिति का आकलन करने के निर्देश दिए.
Agra News: आगरा में चल रही मेट्रो परियोजना से आगरा के लोगों को आने वाले दिनों में बड़ी राहत और सुविधा मिलेगी पर अभी चल रहे मेट्रो निर्माण कार्य की वजह से शहर के कई इलाकों के मकानों में दरारें आ रहीं हैं. मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के निर्माण की वजह से दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के मोती कटरा में कई मकान छतिग्रस्त होने की सूचना पर उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने क्षेत्र में भ्रमण कर मकानों की स्थिति और नुकसान के बारे में जानकारी की थी .
क्षेत्र में हुए नुकसान और जनता की मांग पर कैबिनेट मंत्री ने सर्किट हाउस में जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी और मेट्रो अधिकारियों के साथ बैठक की. योगेंद्र उपाध्याय ने जिलाधिकारी से बात कर पीड़ित परिवारों की हुई क्षति का नुकसान आंकलन की बात कही. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार विकास के लिए संकल्पित है लेकिन किसी भी जन सामान्य का नुकसान विकास कार्य की वजह से नहीं होने दिया जाएगा .
क्या बोले मंत्री योगेंद्र उपाध्याय
मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने मेट्रो अधिकारियों को बताया कि मेट्रो निर्माण की वजह से मोती कटरा क्षेत्र में सीवर समस्या भी उत्पन्न हुई है. जिसका नगर निगम से मिलकर समाधान कराया जाए. जिन मकानों में नुकसान हुआ है. इसकी क्षतिपूर्ति मेट्रो कॉरपोरेशन के अधिकारियों द्वारा की जाए.कैबिनेट मंत्री ने कहा मेट्रो प्रशासन की लापरवाही की वजह से क्षेत्र के कई मकान गिरने की स्थिति में है, जिसकी वजह से लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो रहा है. मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कहा कि निर्माण दाई संस्था की टेक्निकल टीम मौके पर जाकर मुआयना करे.
बैठक के दौरान योगेंद्र उपाध्याय ने जिलाधिकारी की मौजूदगी में मेट्रो अधिकारियों से बातचीत की. उन्होंने कहा कि मोती कटरा क्षेत्र में मेट्रो निर्माण की वजह से घरों में आई दरार और मकान के क्षतिग्रस्त होने का नुकसान लोक निर्माण विभाग एवं अन्य किसी सरकारी निर्माण दाई संस्था की तकनीकी टीम से कराया जाए.क्षतिपूर्ति आकलन के बाद पीड़ित गृह स्वामियों को मेट्रो कॉरपोरेशन की ओर से मुआवजा और राहत प्रदान की जाए. ज्यादा छतिग्रस्त हुए मकान स्वामियों के रहने की व्यवस्था भी मेट्रो कॉरपोरेशन की ओर से कराई जाए.