Agra News: ताजनगरी आगरा में भीषण गर्मी का सितम लगातार जारी है. भीषण गर्मी लू और चिलचिलाती धूप ने आगरा वासियों का हाल बेहाल कर दिया है. आगरा में अभी और गर्मी का सितम झेलना पड़ेगा, क्योंकि मौसम विभाग की ओर हिट वेब और लू को लेकर एलर्ट जारी किया गया है. यानी कि अभी इस भीषण गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है, आने वाले दिनों में भी हिट बेव और लू का असर दिखाई देगा.
भीषण और आसमान से बरसती आग ने बेहाल कर रखा है. ताजनगरी आगरा की गर्मी का असर अब ही बल्कि मुगल काल में हुआ करता था. आगरा की गर्मी से मुगल शासक भी परेशान हुए थे और तब जाकर गर्मी से बचाव के लिए यमुना नदी किनारे आरामबाग बनवाया था. यमुना नदी का किनारा और चारो ओर हरे वृक्ष से भरा हुआ आरामबाग का निर्माण कराया ताकि भीषण गर्मी के बीच मुगल शासक इस आरामबाग में जाकर आराम कर सके.
1528 में हुआ था आरामबाग का निर्माण
मुगल बादशाह बाबर जब आगरा आया तो यहां रुकने के लिए बोला था. आगरा की गर्मी का असर ऐसा था कि बाबर ने भी उस दौर में भी गर्मी के सितम को माना था और यही कारण था सन 1528 में मुगल बादशाह बाबर ने यमुना नदी किनारे एक शानदार बगीचे का निर्माण कराया था जिसे नाम आरामबाग दिया गया था.आरामबाग नाम इसलिए दिया गया था क्योंकि भीषण गर्मी के दौरान यहां ठंडक मिलती थी और मुगल बादशाह सहित आने वाले लोग आराम करते थे. यमुना नदी का किनारा और हरे भरे पेड़ों का बगीचा ठंडक का एहसास करता था. माना जाता है कि यह सबसे प्राचीन गार्डन है.
ताजमहल से पांच किलोमीटर दूर है आरामबाग
मुगल बादशाह बाबर पर जब आगरा की गर्मी का असर हुआ था तो आरामबाग का निर्माण कराया गया. जिसमे तहखाना बनाया गया. जिसमे आने वाले आगुंतक आराम करते थे. गर्मी से बचाव और ठंडक भरे वातावरण का अहसास होता था. आरामबाग को इस तरह से तैयार कराया गया कि यमुना नदी का किनारा होने के चलते ठंडी ठंडी हवा आती थी. चारो ओर हरियाली और यमुना नदी का किनारा गर्मी में भी ठंडक का अहसास कराता था. आरामबाग ताजमहल से करीब पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जो यमुना नदी के किनारे बना हुआ है और वर्तमान में एएसआई संरक्षित है.
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