Agra Ramleela: आगरा के रामलीला मैदान में रावण का पुतला बनाने में जुटे मुस्लिम कारीगार, 40 वर्षों से दे रहे योगदान
उत्तर प्रदेश के आगरा में रामलीला के अवसर पर मुस्लिम कारीगर भी अपना योगदान देते हैं. यहां के कारीगर पिछले 40 वर्षों से रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले जलाते आ रहे हैं.
UP News: देशभर में 26 सितंबर से शारदीय नवरात्रि (Navratri) की शुरुआत हो रही है और 5 अक्टूबर को दशहरा (Dussehra) मनाया जाएगा. नवरात्रि के अवसर पर आयोजित होने वाली रामलीला (Ramleela) के लिए तैयारियां जोरों पर हैं. यूपी के भी अलग-अलग जिलों में तैयारियां चल रही हैं. इसी क्रम में आगरा (Agra) में त्योहार के मौसम में सांप्रदायिक सद्भाव (Communal Harmony) का नजारा देखने को मिला. यहां मुस्लिम कारीगार (Muslim Artisans) भी हिंदुओं के त्योहार पर अपना योगदान दे रहे हैं.
रावण का 100 फुट का पुतला बनाया जा रहा
आगरा के रामलीला मैदान में दशहरा पर्व को लेकर तैयारियां की जा रही हैं. रामलीला मैदान में 100 फ़ीट से अधिक ऊंचा रावण का पुतला बनाया जा रहा है. रावण के पुतले से सांप्रदायिक सदभाव का संदेश भी दिया जा रहा है. हिंदुओं के इस त्यौहार पर मुस्लिम समुदाय के लोग पिछले कई सालों से हिस्सा ले रहे हैं. मथुरा निवासी जाफर अली पिछले कई वर्षों से आगरा की रामलीला में रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले बनाते आ रहे हैं. रामलीला के समापन के दिन यानी दशहरे पर रावण के पुतले का दहन किया जाता है जो पुतला मुस्लिम समाज के लोग बनाते हैं.
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40 वर्षों से रामलीला पर बनाते हैं पुतला
रावण का पुतला बना रहे कारीगर जाफर अली ने बताया कि वह पिछले करीब 40 वर्षों से लगातार यह काम कर रहे हैं और उनके पूर्वज भी यही काम करते थे. जाफर अली ने बताया, 'हमारा पूरा परिवार काम में लगा हुआ है. दशहरे के दिन तक पुतले तैयार करने हैं. कभी ऐसा सवाल नहीं रहा कि मुस्लिम होकर ये काम क्यों करना है. हमारा तो खानदान यही काम करता आया है. सबको मिलजुल कर भाईचारे से रहना चाहिए.'
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