Agra News: आगरा का जामा मस्जिद प्रकरण लगातार तूल पकड़ रहा है. बुधवार को शहर मुफ्ती और उसके बेटे हम्मदुल कुद्दूस के खिलाफ इंतजामिया लोकल एजेंसी के चेयरमैन असलम कुरैशी की तहरीर पर थाना मंटोला में राष्ट्रगान और तिरंगे के अपमान को लेकर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था. असलम कुरैशी की तहरीर पर राष्ट्र गौरव अपमान निवारण अधिनियम की धारा 3, 153-B,505,505(1)(b) और 508 में मुकदमा दर्ज हुआ था.


शहर मुफ्ती के समर्थन में निकाला जुलूस
मुकदमा दर्ज होने के बाद आज शहर मुफ्ती के समर्थन में हजारों की तादाद में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने इकट्ठा होकर जुलूस निकाला और इंतजामिया लोकल एजेंसी के चेयरमैन असलम कुरैशी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की. हाथों में तख्तियां लिए प्रदर्शनकारियों ने जामा मस्जिद से लेकर सदर भट्टी चौराहे तक जुलूस निकाला. इसके बाद एसएसपी आगरा मुनिराज जी. को ज्ञापन सौंपकर असलम कुरैशी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की. 


शहर मुफ्ती का पुतला फूंकने की कोशिश
वहीं, दूसरी तरह विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने इस प्रकरण में साईं की तकिया चौराहे पर तिरंगे का अपमान करने के विरोध में शहर मुफ्ती का पुतला फूंकने की कोशिश की. लेकिन, इससे पहले ही पुलिस तकिया चौराहे पर पहुंच गई जिसकी वजह से हिंदूवादियों को वापस जाना पड़ा. 


अल्लाह की शान में गुस्ताखी
दरअसल, 15 अगस्त को शाही जामा मस्जिद में ध्वजारोहण और राष्ट्रगान को लेकर शहर मुफ्ती के बेटे ने विरोध जताया और बाद में शहर मुफ्ती ने असलम कुरैशी को संबोधित करते हुए इसे नापाक हरकत बताया. साथ ही अल्लाह की शान में गुस्ताखी करने पर माफी मांगने को कहा और गैर इस्लामिक कृत्य करार दिया. स्वतंत्रता दिवस पर झंडारोहण कार्यक्रम की अध्यक्षता अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अशफाक सैफी ने की थी और शाही जामा मस्जिद के इंतजामिया लोकल एजेंसी के चैयरमेन असलम कुरैशी कार्यक्रम में उपस्थित थे. 


घटनाक्रम पर है नजर 
इस पूरे मामले को लेकर आगरा एसएसपी मुनिराज जी. ने कहा है कि लगातान इस घटनाक्रम पर उनकी नजर है. चूंकि धारा 144 का उल्लंघन है, इसलिए वीडियो के आधार पर लोगों को चिन्हित किया जा रहा है. धारा 144 और कोविड प्रोटोकॉल के उल्लंघन के मामले में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है.



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