Agra News: मानसून का सीजन चल रहा है और मानसून के मौसम में बारिश भी अधिक होती है. मानसून की बारिश में देखा जाता है कि नदियों का जलस्तर बढ़ता जाता है और बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो जाती जिसमे कभी कभी लोगो की जान पर बन आती है. ऐसी स्थिति से निपटने के लिए किस तरह से काम किया जाता है और बाढ़ में फसे लोगो को बचाकर सुरक्षित स्थान पर कैसे पहुंचाया जाता है इसको लेकर आगरा में मॉकड्रिल की गई.


जिला प्रशासन, एनडीआरएफ और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आगरा के बटेश्वर यमुना नदी के घाट पर राहत बचाव कार्य की मॉकड्रिल की जिसमे बाढ़ में फसे लोगों को बचाया गया और सुरक्षित स्थान पहुंचाया गया. मानसून के मौसम में अक्सर देखा जाता है कि नदियों का जलस्तर बढ़ने लगता है और तटवर्तीय क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो जाती है. बाढ़ के पानी में लोगो की जिंदगी फस जाती है तब यही टीम लोगो को बचाने के लिए बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में तैनात होकर लोगो के लिए राहत बचाव कार्य करती है.
 
बचाव दलों ने किया मॉकड्रिल
इस राहत बचाव टीम का कार्य होता है कि कैसे लोगो को जल्द से जल्द बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र से बाहर निकाले, उनको प्राथमिकी उपचार दिलाया जाए और सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया जाए जिससे कि लोगो की जान बच सके.आगरा के बटेश्वर यमुना नदी घाट पर जिला प्रशासन के अधिकारी, एनडीआरएफ और स्वास्थ विभाग की टीम पहुंची और राहत बचाव कार्य की मॉकड्रिल की. बटेश्वर घाट पर यमुना नदी में डूबते हुए लोगो को बचाया गया और उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया. बाढ़ में फसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया जिससे लोगों की जान बच सके.


इस मॉकड्रिल का उद्देश्य यही है कि आपदा के समय कैसे टीम निपट सकती है और लोगो की डूबती हुई जिंदगी को बचाया जा सकता है. जिला प्रशासन के अधिकारी, एनडीआरएफ की टीम और स्वास्थ विभाग के अधिकारियों ने संयुक्त रूप से मॉकड्रिल का आयोजन किया जिसमे दिखाया गया कि यमुना नदी में लोग डूब रहे है और डूबते हुए लोगो को बचाया गया.


एनडीआरएफ के अधिकारियों ने जानकारी दी कि हमारा उद्देश्य लोगो को बचाना है, राहत बचाव कार्य के रिहसल के लिए मॉकड्रिल का आयोजन किया गया जिसमे पूरी प्रक्रिया के साथ कार्य किया गया. साथ ही लोगो के लिए भी एक संदेश है कि जब भी आपदा की स्थिति हो तो बचाव टीम का सहयोग करें. आज हमने नदी में डूबते हुए लोगो को बचाया. उनको प्राथमिक उपचार के बाद सुरक्षित स्थान पहुंचा दिया और अपने कार्य में जुट गए.


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