आगरा: बोरवेल से बच्चे को निकाला गया सुरक्षित, NDRF ने कहा- नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई हो
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ने सोमवार को राज्य सरकारों और जिला प्रशासनों से उनके क्षेत्र में खुले बोरवेल को 'सख्ती से विनियमित' करने के साथ ही नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील की.
नयी दिल्ली: राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने सोमवार को राज्य सरकारों और जिला प्रशासनों से उनके क्षेत्र में खुले बोरवेल को 'सख्ती से विनियमित' करने के साथ ही नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील की.
बता दें, उत्तर प्रदेश में आगरा के धरियाई गांव में सोमवार सुबह 100 फुट से अधिक गहरे बोरवेल में गिरे पांच साल के बच्चे शिवा को नौ घंटे से अधिक समय तक चले बचाव अभियान के दौरान सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया.
लोगों की जान जोखिम में डालने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें- महानिदेशक
एनडीआरएफ के महानिदेशक एस एन प्रधान ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर आगरा की घटना की जानकाररी साझा की. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि, वह सभी राज्य सरकारों, जिला एवं स्थानीय प्रशासन से अपील करते हैं कि वे अपने क्षेत्र में सभी खुले बोरवेल को सख्ती से विनियमित करें और नियमों का उल्लंघन कर लोगों की जान जोखिम में डालने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें.
#Agra #Borewell #RESCUE
— ѕαtчα prαdhαnसत्य नारायण प्रधान ସତ୍ଯପ୍ରଧାନ-DG NDRF (@satyaprad1) June 14, 2021
🔸4 yr Shiva rescued BUT
🔸@NDRFHQ appeals to
🔸All state gov
🔸dist & loc admin
🔸To strictly regulate
🔸All open borewells
🔸& punish those(incl relatives)
🔸Who flout rules &
🔸endanger innocent lives @PIBHomeAffairs @BhallaAjay26 @ANI @PibLucknow pic.twitter.com/KEvvCu3NAU
लगातार ऐसी घटनाएं देखने मिलती है
बता दें, कि ये पहली बार नहीं हुआ है जब कोई बच्चा बोरवेल में गिरा हो. देशभर में ऐसी खबरें अक्सर आती रहती हैं जब असुरक्षित रूप से खुले हुए बोरवेल में बच्चे गिर जाते हैं. कड़ी मशक्कत के बाद कईयों की जान बचा ली जाती है. लेकिन ज्यादातर मामलों में बच्चों को सुरक्षित वापस लाना संभव नहीं हो पाता है. लेकिन इतना सबकुछ होने के बावजूद भी लोग लापरवाही बरतते हुए बोरवेल को खुला छोड़ देते हैं. जिससे किसी भी अप्रिय घटना की संभावना बनी रहती है.
यह भी पढ़ें.