Agra News: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के आरएलवी लेएक्स पुष्पक के परीक्षण में ब्रेक पैराशूट का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया है. इसरो के इस मिशन की हर तरफ चर्चा हो रही है. हवाई वितरण अनुसंधान और विकास प्रतिष्ठान (ADRDE) आगरा ने पुष्पक परीक्षण में ब्रेक पैराशूट का सफल परीक्षण हुआ है. वैज्ञानिकों की इस उपलब्धि हर सराहना हो रही है.


इसमें चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में उन्नत स्वायत्त क्षमताओं का प्रदर्शन करते हुए एक सटीक क्षैतिज लैंडिंग को अंजाम दिया. यह ट्रायल डीआरडीओ एटीआर परीक्षण रेंज में आयोजित किया है जिसमे ब्रेक पैराशूट का परीक्षण किया गया. एडीआरडीई के वैज्ञानिकों की यह बड़ी सफलता मानी जा रही है. पुष्पक में पैराशूट ब्रेक का परीक्षण हुआ. एडीआरडीई की ओर से जानकारी दी गई है कि एडीआरडीई द्वारा विकसित ब्रेक पैराशूट ने आरएलवी पूर्व निर्धारित दूरी सफलतापूर्वक रुकने में पूरी मदद की है, इन पैराशूट को मोर्टार आधारित यंत्र से हवा में दागा गया था. पुष्पक का यह तीसरा परीक्षण था जो सफल रहा है. यह उपलब्धि मिशन ओआरबी के लिए आगे का रास्ता प्रशस्त करेगा.


अंतरिक्ष में मानव उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश
इस सफलता के लिए एडीआरडीई के निदेशक डॉ मनोज कुमार ने ब्रेक पैराशूट को विकसित करने करने वाली टीम को बधाई दी है. यह परीक्षण आगे की दिशा तय करेगा. पुष्पक पर किए गए तीसरे परीक्षण की सफलता से पूरी टीम को बधाई दी है. इसके साथ ही एडीआरडीई के वैज्ञानिकों की मेहनत की भी खूब तारीफ हो रही है. इसरो आरएलवी प्रोजेक्ट के जरिये अंतरिक्ष में मानव उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश कर रहा है. रीयूजेबल लॉन्च व्हीकल से इसरो को स्पेस में स्लो कॉस्ट एक्सेस मिलेगा. इससे स्पेस में आना और जाना सस्ता हो जाएगा. एक बार इस्तेमाल के बाद भी इस व्हीकल को दोबार इस्तेमाल किया जाएगा.


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