Agra News: आगरा चंबल नदी में घड़ियालों का कुनबा बढ़ता जा रहा है , नन्हे घड़ियाल अब अंडो से बाहर आ रहे है और चंबल नदी में मस्ती कर रहे है. चंबल नदी सेंचुरी क्षेत्र में लगातार हैचिंग जारी है. अंडों से नन्हे घड़ियालों की हैचिंग जारी है, रोजाना नन्हे घड़ियाल अंडों से बाहर आ रहे है. वन विभाग विभाग द्वारा भी नन्हे घड़ियालों के अंडों की देखभाल की गई थी जिसका परिणाम है कि चंबल नदी सेंचुरी क्षेत्र में करीब 1 हजार नन्हे घड़ियाल की संख्या बढ़ने वाली है. नदी के पानी में नन्हे घड़ियाल तैर रहे है. चंबल नदी के रेत में अंडों की रखवाली मादा घड़ियाल करती है, किसी भी प्रकार का खतरा अंडों पर न आए इसको लेकर मादा घड़ियाल लगातार निगरानी करती है.
चंबल नदी सेंचुरी क्षेत्र में घड़ियालों के बढ़ते कुनबे की खबर एक अच्छी खबर है क्योंकि देखा गया था कि इस प्रजाति के जीवो की संख्या घटती जा रही थी. वन विभाग के प्रयास भी सफल नजर आ रहे है, जब नन्हे घड़ियाल अंडों से बाहर आ रहे है और उनका कुनबा बढ़ता जा रहा है. जानकारी के अनुसार करीब 1 हजार घड़ियाल की संख्या होने वाली है जो एक अच्छी खबर है. लगभग एक हफ्ते तक अंडों से हैचिंग जारी रहेगी. बालू से बचाने के भी प्रयास किए गए है ताकि नन्हे घड़ियाल सुरक्षित रहे.
घड़ियालों का बढ़ रहा कुनबा
चंबल नदी सेंचुरी क्षेत्र में पानी में मगरमच्छ और घड़ियाल की संख्या अच्छी आंकी जाती है. अब अंडों से नन्हे घड़ियालों की हैचिंग जारी है, जो लगभग एक हफ्ते तक चलेगी. अब चंबल नदी के किनारे पर नन्हे घड़ियाल नजर आ रहे है, नन्हें घड़ियाल चंबल नदी के पानी में तैरते दिख रहे है. घड़ियाल के अंडों की रखवाली मादा घड़ियाल करती है और सुरक्षित रखती है. किसी भी खतरे से दूर मादा घड़ियाल अपने अंडों की देखभाल करती है. वन विभाग ने भी नन्हे घड़ियालों के लिए व्यवस्था की गई है, जो अब रंग लाती नजर रही है. लगातार चंबल नदी में घड़ियाल का कुनबा बढ़ता जा रहा है.
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