Agra News: आगरा में दो भाईयों की आत्महत्या के बाद क्षेत्र का माहौल गरमा गया. एक भाई ने शनिवार को आत्महत्या की जबकि बड़े भाई ने सोमवार को खेत पर जाकर पेड़ पर फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. परिजनों ने जनपद हाथरस की सादाबाद पुलिस पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है. दो भाईयों की मौत के बाद स्थानीय लोगो ने आक्रोश फैल गया. सूचना पर कई थानों का फोर्स भी मौके पर पहुंच गया और स्थिति को काबू करने का प्रयास किया. इस हंगामे के दौरान मृतक का शव पेड़ पर ही लटका रह , ग्रामीणों ने शव को उतारने नही दिया. 


दरअसल जनपद हाथरस के थाना सादाबाद पुलिस द्वारा आगरा के बरहन क्षेत्र के एक युवक को पूछताछ के लिए थाना पर रखा गया था, आरोप था कि बरहन निवासी का साला किसी नाबालिग किशोरी को लेकर चला गया है. इसी मामले में सादाबाद पुलिस ने बरहन निवासी युवक को थाना पर रखा था और पूछताछ के बाद अगले दिन छोड़ दिया था. थाना से छूटने के करीब दस दिन बाद यानी शनिवार को युवक ने आत्महत्या कर ली जिसके बाद परिजनों ने सादाबाद पुलिस पर थाने में युवक को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था कि युवक ने प्रताड़ना की वजह से आत्महत्या की है.


पुलिस पर लगाया कार्रवाई न करने का आरोप
24 जून सोमवार को आत्महत्या करने वाले युवक के बड़े भाई ने भी आत्महत्या कर ली, आरोप लगाया कि पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है और मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है. दो भाईयों की आत्महत्या के बाद हंगामा होने लगा, स्थानीय लोग जमा हो गए और पुलिस पर गंभीर आरोप लगे. हंगामा बढ़ता देख भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया. आत्महत्या करने वाले भाई से सुसाइड नोट भी छोड़ा. 


परिजनों का आरोप है कि सादाबाद पुलिस ने प्रताड़ना दी जिसके चलते आत्महत्या कर ली. मामला बढ़ता देख जनपद हाथरस के एसपी निपुण अग्रवाल ने कार्यवाही करते हुए थाना सादाबाद एसओ को लाइन जाहिर कर कर दिया, जबकि विवेचक एसआई को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. इस मामले पर डीसीपी वेस्ट सोनम कुमार ने बताया कि सादाबाद पुलिस पर गंभीर आरोप लगे है, मृतक ने सुसाइड नोट छोड़ा है, सभी के सामने सुसाइड नोट को सुनाया गया है, जो वैधानिक कार्रवाई होगी वो की जाएगी.


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