UP News: उत्तर प्रदेश के आगरा से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, यहां पर एक बुजुर्ग अपने जिंदा होने का प्रमाण लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचा है. बुजुर्ग ने गुहार लगाते हुए कहा कि साहब में जिंदा हूं आपके जांच अधिकारी ने मुझे मृत घोषित कर मेरी पेंशन बंद करा दी है. बुजुर्ग अपने हाथ में अपने जीवित होने की तख्ती लेकर जिला मुख्यालय पहुंचा.


दरअसल आगरा में एक बुजुर्ग मैं जिंदा हूं की तख्ती हाथों में लेकर जिला अधिकारी कार्यालय पहुंचा और अपने जीवित होने की खुद ही गवाही देने लगा. बुजुर्ग व्यक्ति ने बताया पहले मुझे समाज कल्याण विभाग द्वारा वृद्धा पेंशन मिलती थी परंतु मेरे जीवित होने के बावजूद भी ग्राम विकास अधिकारी द्वारा वृद्धा पेंशन के सत्यापन में मुझे मृत दर्शाकर पेंशन बंद करने की संतुष्टि कर दी है. जिससे मेरी पेंशन बंद हो चुकी है और पिछले दो महीने से ब्लॉक के चक्कर लगा रहा हूं. अधिकारियों से विनती कर रहा हूं कि साहब में जिंदा हूं, मेरी पेंशन क्यों बंद कर दी. लगातार अधिकारियों के चक्कर लगाने के बाद मुझे ब्लॉक से भगा दिया गया, अब में कहा जाऊं कैसे बता सकता हूं कि में जिंदा हूं.


जिलाधिकारी कार्यालय के सामने लगाई गुहार


बता दें आगरा में वृद्धा पेंशन घोटाले के कई मामले सामने आए हैं, जहां जिंदा व्यक्ति को मृत्यु घोषित कर दिया जाता है और बिना सत्यापन के ही उसकी पेंशन बंद कर दी जाती है. ऐसा ही मामला यह भी है. जिलाधिकारी कार्यालय के सामने खड़े होकर हाथ तख्ती लेकर अपने जीवित की गुहार लगा रहा है. बुजुर्ग दीनानाथ जो की एत्मादपुर के निवासी हैं और वह जिंदा है और अपने जिंदा होने का प्रमाण हाथों में लेकर वह जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे. तख्ती पर साफ अक्षरों में लिखा था कि मैं जिंदा हूं और उन्होंने बताया की विकासखंड अधिकारी गौरव पाठक ने अनियमिताओं को दर्शाते हुए मुझे मृत्यु घोषित कर दिया है. मेरी पेंशन बंद कर दी गई है और बताया कि पेंशन बंद होने के चलते हमारी रोजी-रोटी का संकट गहराने लगा है. मैं लगभग दो माह से अधिकारियों के चक्कर पर चक्कर काट रहा हूं, परंतु मेरी पेंशन बहाल नहीं की जा रही है.


इस मामले का जिलाधिकारी भानु चन्द्र गोस्वामी ने तत्काल संज्ञान लिया और समाज कल्याण अधिकारी और संबंधित बीडीओ को तत्काल तलब कर लिया. वृद्धावस्था पेंशन में बुजुर्ग को त्रुटिवस मृतक दर्शा कर पेंशन रोक दी गई थी. जिलाधिकारी भानु चंद गोस्वामी ने समाज कल्याण विभाग के पोर्टल पर तत्काल डाटा रिवर्ट करने के आदेश दिए. बुजुर्ग की पेंशन सुचारू होगी.


जिलाधिकारी ने जांच कर विभागीय कार्रवाई करने के दिए आदेश


जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी ने आदेश में कहा कि समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े नागरिक प्रथम हैं.  सुनिश्चित करें अधिकारी कि सरकारी योजनाओं का लाभ पात्र वंचितों तक पहुंचे. जिलाधिकारी ने संबंधित सचिव के विरुद्ध जांच कर विभागीय कार्रवाई करने के कड़े निर्देश दिए हैं. जिलाधिकारी ने समाज कल्याण अधिकारी तथा संबंधित बीडीओ को पत्रावली सहित तलब किया है. जिसमें बताया गया कि पेंशन सत्यापन के दौरान तत्कालीन सचिव द्वारा पेंशनर को त्रुटिवश मृतक दर्शित करने के कारण पेंशन बंद कर दी गई है. जिलाधिकारी ने इस पर संबंधित अधिकारियों से कड़ी नाराजगी जताई और वृद्धावस्था पेंशन पोर्टल पर तत्काल डाटा रिवर्ट कर पेंशन सुचारू करने के कड़े निर्देश दिए.


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