आगरा, एबीपी गंगा। आगरा पुलिस ने मंगलवार को एक ऐसे परिवार की खुशियां लौटा दी हैं जो हर पल अल्लाह से दुआ कर रहा था कि काश एक फोन की घंटी बजे और उनके बेटे की सकुशल बरामदगी की खबर आए। दरअसल फिरोजाबाद के राजपूताना मोहल्ला निवासी अधिवक्ता अकरम अंसारी का आगरा से 3 फरवरी को अपहरण हो गया था जब वो आगरा किसी रिश्तेदार को देखने अस्पताल आए थे। इस दौरान बदमाशों ने उन्हें अगवाकर राजस्थान के धौलपुर ले गये। परिजनों ने 5 फरवरी को थाना सिकंदरा में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। परिजनों के पास अज्ञात नंबर से बदमाशों ने 50 लाख की फिरौती मांगी थी।
आगरा पुलिस के लिए अधिवक्ता अकरम की सकुशल बरामदगी सबसे बड़ी चुनौती थी क्योंकि थोड़ी सी लापरवाही से बदमाश अकरम की जान भी ले सकते थे। लेकिन एसएसपी आगरा बबलू कुमार ने इस चुनौती को स्वीकारा और ऑपरेशन के लिए 20 टीमें गठित की जो 5 फरवरी से ही 'ऑपरेशन बीहड़' में जुट गई और आखिरकार 17 फरवरी को रात 10 बजे तब ऑपरेशन खत्म हुआ और जब बदमाशों की कैद से अधिवक्ता निकलकर आज़ाद पक्षी की तरह खुले में सांस लेने लगा।। एसएसपी बबलू कुमार के मुताबिक उन्होंने 20 टीमों का गठन किया जिसमें 70 से 80 पुलिसकर्मी शामिल थे जो अपनी पहचान छिपाकर बीहड़ की खाक छान रहे थे। इसको लेकर बाकायदा एक वॉट्सएप ग्रुप बनाकर सभी टीमों को एसएसपी बबलू कुमार दिशा निर्देश दे रहे थे।
आगरा पुलिस पर बढ़ रहा था दबाव
जैसे जैसे दिन निकल रहे थे अधिवक्ता की बरामदगी को लेकर आगरा पुलिस पर दबाव लगातार बढ़ रहा था। अधिवक्ता की रिहाई के लिए आगरा और फिरोजाबाद में वकीलों के संगठन लगातार प्रदर्शन कर रहे थे, ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगरा आगमन से पहले ही पुलिस ने अधिवक्ता को रिहा करा लिया।।
एसएसपी के मुताबिक बदमाश शुरू में 50 लाख फिरौती की मांग कर रहे थे लेकिन धीरे धीरे बात 15 लाख देने पर तय हुआ। योजना के मुताबिक सोमवार को अधिवक्ता के परिजन फिरौती की रकम देने धौलपुर के जंगल में पहुंचे गए और उनके साथ सादी वर्दी में पुलिस के जवान भी थे। उसके बाद पुलिस ने फिरौती की रकम ले जा रहे बदमाशों का पीछा किया तो पुलिस ने धौलपुर के बाड़ी कस्बे में उस मकान को चिन्हित कर लिया जिसमें अधिवक्ता अकरम को अपहरण करने के बाद रखा गया था और उसके बाद पुलिस ने उस मकान की घेराबंदी की। मोहम्मद अकरम को सकुशल बरामद कर लिया। पुलिस ने सरगना उग्रसेन सहित 5 बदमाशों को गिरफ्तार कर 12.50 लाख की रकम भी बरामद की है जो मोहम्मद अकरम के परिजनों से फिरौती के तौर पर वसूली गई थी। पुलिस को अभी तीन बदमाशों की और तलाश है।
मोहम्मद अकरम के मुताबिक अपहरणकर्ता उसे एक बन्द कमरे में जंजीरों में जकड़कर रखते थे ताकि वो कहीं भाग ना जाए। मोहम्मद अकरम का कहना है कि बदमाश आगरा से किसी वीरेंद्र नाम के व्यक्ति को पकड़ने के लिए आये थे, लेकिन जब अकरम को पकड़ लिया तो उसके परिजनों से ही फिरौती मांगने लगे। 50 लाख की फिरौती देने में अकरम के परिजनों ने असमर्थता जताई तो 15 लाख रुपये में अपहरणकर्ता अकरम को छोड़ने तैयार हो गए।
फिलहाल अकरम की सकुशल बरामदगी के बाद अधिवक्ताओं और अकरम के परिजनों में खुशी की लहर है। वो आगरा पुलिस का धन्यवाद देते नहीं थक रहे हैं। अकरम के आवास पर जश्न का माहौल देखने को मिल रहा है और खुशी व्यक्त करते हुए मिठाई भी बांटी गई।