आगरा में सीनियर डॉक्टर उमाकांत गुप्ता को हनी ट्रैप में फंसाने का मामला सामने आने के बाद पुलिस के होश उड़ गए हैं. करीब 31 घंटे तक बदमाशों के चंगुल में रहने के बाद उमाकांत गुप्ता को भले ही पुलिस ने मुक्त करा लिया है, लेकिन दस्यु केशव गुर्जर के गुर्गे बदन सिंह को पकड़ना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है. पुलिस ने बदन सिंह पर एक लाख और उसके तीन साथियों पर 25-25 हजार का इनाम घोषित किया है.
महाराष्ट्र की महिला ने हनी ट्रैप में फंसाया था
पुलिस को जांच में पता चला है कि महाराष्ट्र की रहने वाली एक महिला ने डॉक्टर उमाकांत गुप्ता को हनी ट्रैप में फंसाया था. पति की मौत के बाद महिला आर्थिक तंगी से जूझ रही थी. मथुरा की एक महिला ने उसका परिचय बदन सिंह से कराया था. मंगला पाटीदार और संध्या पहले भोपाल में धागा मिल में काम किया करती थी. पति की मौत के बाद उसने धागा मिल में काम शुरू किया था. कोरोना के चलते उसकी नौकरी चली गई थी. जिसके बाद वो बदन सिंह के संपर्क में आई और साजिश का शिकार हो गई.
अक्सर यह देखा जाता है आगरा में वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश धौलपुर की ओर भाग जाते हैं. फिरोजाबाद के अधिवक्ता अकरम अंसारी की किडनैपिंग भी धौलपुर के बाड़ी इलाके के बदमाशों ने की थी. डीजीपी और एसीएस होम की तरफ से मामले के खुलासे पर दो-दो लाख का इनाम दिया गया है. वहीं, फरार सरगना बदन सिंह पर एक लाख और उसके तीन साथियों पर 25-25 हजार का इनाम घोषित किया गया है.
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