UP News: आगरा (Agra) के थाना सैंया (Saiya) क्षेत्र में 20 मई की रात को छदामी लाल वर्मा के अपहरण की खबर आते ही सनसनी फैल गई थी. मौके पर आईजी नचिकेता झा और एसएसपी पहुंचे थे. तब एसएसपी आगरा ने 6 टीमों का गठन कर अपहरण की इस बड़ी वारदात को खोलने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया था. लेकिन 24 घंटे के भीतर ही यह स्पष्ट हो गया कि सर्राफा कारोबारी छदामी लाल वर्मा ने कर्जेदारों से मुक्ति पाने के लिए अपने ही अपहरण की साजिश रची थी.


क्या है मामला?
दरअसल, छदामी लाल वर्मा के भाई दिनेश वर्मा ने 20 मई की रात को 8:30 बजे पुलिस को यह सूचना दी कि उनके भाई का अपहरण हो गया है. आनन-फानन में पुलिस हरकत में आती है, एसएसपी मौके पर पहुंचते हैं. जिसके बाद छह टीमों का गठन कर अपहरणकर्ताओं तक पहुंचने के लिए एक्सरसाइज शुरू हो जाती है. एसओजी, स्वाट और सीआईडब्ल्यू मिलाकर सभी 6 टीम में अपने-अपने काम में जुट जाते हैं. सर्विलांस टीम लगातार छदामी लाल वर्मा के फोन की लोकेशन ट्रेस करने लगती है. 



एसएसपी आगरा सुधीर कुमार सिंह के मुताबिक छदामी लाल वर्मा ने अपने भाई विनोद वर्मा को व्हाट्सएप मैसेज के जरिए अपने अपहरण की जानकारी दी. उसके बाद एक फोन कॉल में यह बताया गया कि उसका अपहरण कर लिया गया है. अपहरकर्ता उसे 50 लाख रूपए की फिरौती मांग रहे हैं. रात में 2 बजे एक मैसेज फिर आता है जिसमें कहा जाता है कि छदामी लाल वर्मा उनके पास है. पैसे का इंतजाम किया जाए नहीं तो गोली मार दी जाएगी.


Muzaffarnagar News: बीकेयू में फूट के बाद बढ़ीं राकेश टिकैत और नरेश टिकैत की मुश्किलें, लगा ये बड़ा आरोप


जांच में चला पता
सर्विलांस टीम फोन लोकेशन मिलते ही सीसीटीवी फुटेज खंगालने लगती है. ऐसे में झांसी रेलवे स्टेशन पर सीसीटीवी फुटेज में छदामी अकेले ही आगे बढ़ता हुआ कैमरे में कैद हुआ. परिवार के द्वारा छ्दामी लाल की पहचान की तस्दीक कर दी जाती है. मध्य प्रदेश के छतरपुर स्थित बागेश्वर मंदिर पहुंच कर आगरा पुलिस उसे अपने कब्जे में ले लेती है. इस पूरे मामले में अपहरण की जो कहानी थी पुलिस की जांच में वह पूरी तरह से फर्जी निकली है.


क्या बोले एसएसपी?
एसएसपी आगरा सुधीर कुमार सिंह ने बताया है कि 30 लाख से ज्यादा छदामी लाल पर कर्जा हो गया था. कर्जेदार लगातार उससे पैसे वापस करने के लिए तगादा कर रहे थे. ऐसे में ब्रथला गांव के रहने वाले सर्राफा कारोबारी ने यूट्यूब के जरिए अपरहण की एक सोची समझी साजिश रची. लगातार वो यूट्यूब पर सर्च कर रहा था. ऐसी क्या प्लानिंग की जाए जिससे अपरहण की साजिश रच कर्जेदारों से मुक्ति पाई जाए. अब इस मामले में अपहरण की फर्जी कहानी रचने पर सर्राफा कारोबारी छदामी लाल वर्मा के खिलाफ आईपीसी 420, 384, 203 और 182 में मुकदमा लिखकर जेल भेज दिया गया है. साथ ही 24 घंटे में इस सनसनीखेज घटना का खुलासा करने पर 25 हजार का इनाम भी देने की घोषणा की है.


ये भी पढ़ें-


Ration Card in UP: राशन कार्ड सरेंडर करने और रिकवरी को लेकर योगी सरकार का बड़ा ऐलान, दी ये जानकारी