यूपी पुलिस का कारनामा, मृत व्यक्ति का दर्ज किया बयान, दाखिल कर दी चार्जशीट, अब हुआ ये एक्शन
UP News: आगरा की हरिपर्वत थाना पुलिस का गजब कारनामा सामने आया है, पुलिस ने मृत व्यक्ति के नाम पर मुकदमा कायम कर उसका बयान दर्ज किया था. अब कोर्ट ने इस पर संज्ञान लिया है.
Agra News: आगरा पुलिस का गजब कारनामा सामने आया है, पुलिस ने एक मृत व्यक्ति पर मुकदमा दर्ज दिया और इतना ही नहीं मृत व्यक्ति के बयान दर्ज भी कर लिए और चार्जशीट दाखिल कर दी. फाइनेंस कंपनी के मैनेजर की शिकायत पर पुलिस ने मृत व्यक्ति पर मुकदमा दर्ज किया. जब कोर्ट में अन्य पीड़ित ने पूरे मामले की शिकायत की तो कोर्ट के आदेश पर दारोगा और फाइनेंस कंपनी के मैनेजर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.
मृत व्यक्ति पर मुकदमा दर्ज कर विवेचना करने वाले चार दारोगा के खिलाफ थाना हरिपर्वत में मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस ने एक मरे हुए व्यक्ति के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज कर दिया. विवेचक ने मृतक और एक अन्य को आरोपी बनाते हुए चार्जशीट भी दाखिल कर दी. अब कोर्ट के आदेश पर चार सब इंस्पेक्टर और एक फाइनेंस कंपनी के मैनेजर के खिलाफ थाना हरिपर्वत में मुकदमा दर्ज हुआ है.
मृतक ने फाइनेंस कंपनी से कराया था लोन
दरअसल आगरा के रहने वाले प्रताप सिंह ने श्री राम फाइनेंस कंपनी से 1.43 लाख रुपये का लोन कराया था. इस लोन एग्रीमेंट में मंगल सिंह ने बतौर गारंटर हस्ताक्षर किए थे. लोन कराने के बाद प्रताप सिंह का आकस्मिक निधन हो गया और लोन की किस्त जमा नहीं हो पाई. लोन की किश्त नहीं चुकाने पर फाइनेंस कंपनी ने 26 अगस्त 2018 को प्रताप सिंह के साथ झगड़ा विवाद की घटना दिखाते हुए थाना हरिपर्वत में प्रताप सिंह और मंगल सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया.
इस मुकदमे की जांच उप निरीक्षक मनीष कुमार, राजीव तोमर, राकेश कुमार और अमित प्रसाद ने विवेचना की. विवेचना कर रहे दारोगा ने मृत व्यक्ति केस डायरी में पर्चे काट दिए, विवेचकों ने मृत प्रताप सिंह के बयान दर्ज कर लिए और चार्जशीट भी दाखिल कर दी. मुकदमे की जांच कर रहे विवेचक बिना व्यक्ति की जानकारी किए ही अपनी विवेचना पूरी करते रहे.
पुलिस ने मृत का दर्ज किया बयान
फाइनेंस कंपनी द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमे में नामजद पीड़ित मंगल सिंह ने आरोप लगाया कि, विवेचकों के द्वारा मुकदमे में आरोपी के बारे में कोई भी जांच नहीं की गई. प्रताप सिंह पर 26 अगस्त 2018 को मुकदमा दर्ज कराया गया, जबकि मुकदमे में नामजद प्रताप सिंह की मृत्यु 12 सितंबर 2016 को ही हो गई थी. इतना ही नहीं पुलिस ने केस डायरी कोर्ट में भी पेश कर दी, जिसमें पुलिस ने अपनी तरफ से ही मृतक प्रताप सिंह के बयान दर्ज कर दिए. प्रताप सिंह का मृत्यु प्रमाण पत्र भी परिजनों के पास है.
अब इस पूरे मामले की शिकायत कोर्ट में दर्ज कराई गई तो कोर्ट के आदेश पर थाना हरिपर्वत में चार दरोगा सहित फाइनेंस कंपनी के अधिकारी के खिलाफ थाना हरिपर्वत में मुकदमा दर्ज किया गया है.
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