आगरा, नितिन उपाध्याय। Lockdown पीरियड में पूर्व मंत्री राजा अरिदमन सिंह और उनकी पत्नी विधायक रानी पक्षालिका सिंह पर गंभीर आरोप लगे हैं. दरअसल उन पर lockdown की धज्जियां उड़ाते हुए आगरा के मनौना गांव पहुंचकर बलात्कार पीड़िता के परिवार पर समझौते का दबाव बनाने का आरोप है. और उसी दरम्यान पीड़ित परिवार के एक व्यक्ति द्वारा वीडियो बनाने पर ज़बरदस्त बवाल भी देखने को मिला और हो हंगामा के बाद ज़बरदस्त मारपीट भी हुई. बाद में कई थानों की फ़ोर्स पहुंची. जिस समय पुर्व मंत्री अरिदमन सिंह और उनकी पत्नी पक्षालिका सिंह मनौना गांव पहुंचे, तो वहीं क्षेत्राधिकारी पिनाहट हरिश्चन्द्र टम्टा को भी उन्होंने मौके पर बुला लिया. दरअसल 13 मई की रात में एक नाबालिग युवती के साथ चार लोगों ने ब्लात्कार किया जिसमें एक जितेंद्र नाम के व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और एफआईआऱ में तीन अज्ञात अभी भी फरार हैं.


नाबालिग पीड़ित युवती ने बयान दिया है कि 20-25 गाड़ियों में राजा के साथ लोग यहां आए, और उन्होंने दबाव डाला कि राजीनामा कर लो, नहीं तो गांव में रहने नहीं देंगे. युवती ने चेतावनी भी दी कि अगर उसे इंसाफ नहीं मिला तो वो मौत को गले लगा लेगी. तो वहीं पूर्व मंत्री अरिदमन सिंह का कहना है कि हम तो पीड़ित युवती की ही मदद के लिए ही गांव गए थे. हम तो खुद ही पूछ रहे हैं कि लड़की के बयान पर अब तक पुलिस कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है. हमारे विरोधी कुछ साज़िश रच रहे हैं.


वहीं बाह से विधायक पक्षालिका सिंह कहती हैं कि मेरे पास कुछ लोग आए थे, जिस परिवार में ये घटना हुई है, हम ADG साहब के पास भी इस मामले को लेकर गए थे. वीडियो बनाने के दौरान बवाल हो गया.


ऐसे में अभी तक युवती के साथ दुष्कर्म करने वाले तीन लोगों को अभी तक नहीं पकड़ा गया है. वहीं सवाल ये भी उठता है कि आखिर ऐसी क्या मज़बूरी रही कि पूर्व मंत्री लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाते हुए खुद ही जज बनकर पीड़ित युवती के गांव पहुंच गए.


सत्ता के आगे नतमस्तक आगरा पुलिस


Lockdown का उल्लंघन करने वाले पूर्व मंत्री और विधायक पक्षालिका सिंह का नाम FIR से गायब है. बल्कि लॉकडाउन उल्लंघन करने पर आठ नामजद और 20-25 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. एफआईआर के तहत गांव पड़ुआपुरा के गौरव परिहार समेत अन्य लोगों पर भी मुकदमा दर्ज किया गया है. जबकि दुष्कर्म पीड़िता ने पूर्व मंत्री अरिदमन सिंह और उनकी पत्नी व बाह विधायक पक्षालिका सिंह पर गंभीर आरोप लगाये हैं.


पीड़िता का आरोप है कि अरिदमन सिंह समझौते का दबाव बना रहे हैं. आपको बता दें कि 20 मई को पूर्व मंत्री और क्षेत्राधिकारी के सामने हुई ज़बरदस्त मारपीट और बवाल हुआ था. इस बीच नाबालिग पीड़िता का परिवार आज एसएसपी और एडीजी से मिला है. आपको बता दें कि पंचायत के नाम पर अरिदमन सिंह ने लॉकडाउन की धज्जियां उडाई थीं और खुद ही जज बनकर पंचायत करने लगे थे।