आगरा, एबीपी गंगा। आगरा पुलिस ने शहर में डबल मर्डर केस में खुलासा किया है। प्रिंसीपल और स्कूल संचालक की हत्या पैसे के लेनदेन की वजह से हुई थी। दोनों को गला घोंटकर मारा गया था। पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। चुनौती बने इस केस को पुलिस ने 12 घंटे के भीतर सुलझा लिया। गौरतलब है कि हत्यारों ने स्कूल ने जान से मारने के बाद स्कूल परिसर में ही दोनों शवों को दफना दिया था। ये घटना आगरा के थाना ताजगंज इलाके में हुई थी।

शमसाबाद के धिमश्री निवासी सुरेंद्र कुमार लवानियां (50) पुत्र कालीचरण लवानियां 2011 से ओम विहार कॉलोनी, कारगिल पेट्रोल पंप सिकंदरा में रह रहे थे। उनके तीन स्कूल सैनिक भारती इंटर कॉलेज उखर्रा, सुर हायर सेकेंडरी स्कूल धिमश्री, पं. कालीचरण स्कूल मंशा की मढ़ैया में हैं। जबकि ताजगंज के कौलक्खा स्थित डॉ. बीआर आंबेडकर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय को उन्होंने सेमरी निवासी धीरज को किराए पर दे रखा है। शुक्रवार सुबह करीब साढ़े दस बजे धीरज ने सुरेंद्र को फोन करके बुलाया था। इसके बाद वो घर वापस नहीं आए। रात 9:30 बजे उनकी पत्नी ने फोन किया तो वो स्विच्ड ऑफ था। सुरेंद्र के साथ उनके सैनिक भारती स्कूल के प्रिंसिपल विजय कुमार झा मूल निवासी दरभंगा मनीगाछी, बिहार और हाल निवासी इंदिरापुरम, राजपुर चुंगी भी गायब थे। वो 20 वर्ष से इंदिरा पुरम में रह रहे थे। दोनों के परिजन उनकी तलाश कर रहे थे।

अबतक मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार सुबह पुलिस को परिजनों ने दोनों के लापता होने की सूचना दी थी। परिजनों ने धीरज का फोन आने की जानकारी पुलिस को दी थी। सुरेंद्र कुमार लवानियां की कार और विजय कुमार झा की बाइक भी गायब थी। पुलिस ने शनिवार शाम को धीरज को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में उसने दोनों की हत्या की बात कबूली।

धीरज से मिली जानकारी पर रविवार सुबह 5:30 बजे दोनों के शव ताजगंज के कौलक्खा स्थित आंबेडकर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के नजदीक पुलिस ने बरामद कर लिए। पुलिस ने सैंया से स्कूल संचालक की कार और धीरज के एक रिश्तेदार के यहां से प्रिंसिपल की बाइक भी बरामद कर ली है। धीरज, उसके भाई और एक अन्य को पुलिस ने हिरासत में लिया है।