Agra News: उत्तर प्रदेश के आगरा (Agra) में महापुरुषों की प्रतिमाओं पर सियासत देखने को मिल रही है. बुधवार को बुलाई गई आगरा नगर निगम के सदन में इसको लेकर आजमपाडा से समाजवादी पार्टी के पार्षद राहुल चौधरी ने सवाल खड़े किए कि विधानसभा चुनाव से पहले आगरा में कई महापुरुषों की प्रतिमाएं लगाई गई थी ताकि राजनीतिक फायदा उठाया जा सके लेकिन उन प्रतिमाओं का अनावरण पिछले कई महीनों से नहीं हो सका है जबकि प्रतिमाओं को चौराहों पर स्थापित भी कर दिया गया है. प्रतिमाओं को कपड़े से ढक कर उसे अपने हाल पर छोड़ दिया गया है. इसके बाद उन्होंने कहा कि अगर 15 दिन में वीर गोकुला जाट की प्रतिमा का अनावरण नहीं होता तो समाजवादी लोग उस मूर्ति का अनावरण करेंगे, अन्यथा प्रतिमा के नीचे ही धरना देने का काम करेंगे.
ये है वीर गोकुला जाट की कहानी
वीर गोकुला जाट की प्रतिमा आगरा किले के पास में लगी है, जाट समाज में संदेश देने के लिए गोकुला जाट की भव्य प्रतिमा लगाई गई है. तिलवत के जमींदार गोकुला जाट ने औरंगजेब की सेना के छक्के छुड़ा दिए थे, बाद में औरंगजेब को खुद अपनी सेना को लेकर मथुरा आना पड़ा था और इस्लाम ना स्वीकार करने पर गोकुला जाट के अंग अंग काट दिए थे. ना केवल गोकुला जाट की प्रतिमा वहीं यमुना किनारा रोड पर महाराणा प्रताप की आदमकद प्रतिमा स्थापित की गई है, लेकिन वो प्रतिमा भी धूल फांक रही है. कपड़े में लिपटी उस प्रतिमा का अनावरण ना हुए महीनों हो गए हैं. महाराणा प्रताप की आदमकद प्रतिमा के अनावरण को लेकर भी लगातार क्षत्रिय समाज की तरफ से भी मांग की जा रही है.
नगर निगम ने दिया ये जवाब
वहीं नगर निगम की तरफ से पार्षद के सवाल पर नगर निगम प्रशासन की तरफ से जवाब दिया गया है कि मेयर आगरा द्वारा समय की उपलब्धता के आधार पर ही प्रतिमाओं के अनावरण का कार्यक्रम तय किया जायेगा. इसको लेकर नगर आयुक्त निखिल फुंडे का कहना है कि इन प्रतिमाओं के लिए किसी वीवीआईपी से समय लिया जा रहा है..जल्द ही प्रतिमाओं का अनावरण होगा. अब देखना ये है इन प्रतिमाओं पर पड़ा कपड़ा कितने दिनों में हटता है.