आगरा: मौत की मॉकड्रिल चलाने वाले श्री पारस अस्पताल के संचालक अरिंजय जैन का वीडियो में हुआ कबूलनामा और उस पर जिला प्रशासन की पर्देदारी कई सारे सवाल खड़े कर रही है. लेकिन, एक के बाद एक हो रहे खुलासों के बाद सवाल उठ रहे हैं कि आखिर  मौत की मॉकड्रिल चलाने वाले अरिंजय जैन को क्यों बचाया जा रहा है. तमाम पीड़ित जिन्होंने अपनों को खोया है वो लगातार इस मामले में कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए आगे आ चुके हैं. 


सामाजिक कार्यकर्ता ने किया बड़ा खुलासा 
सामाजिक कार्यकर्ता नरेश पारस ने भी बड़ा खुलासा किया है. नरेश पारस उस समय लगातार लोगों को ये जानकारी मुहैया करा रहे थे किस प्लांट पर कितनी ऑक्सीजन है और कहां से ऑक्सीजन की उपलब्धता हो सकती है. उन्होंने अपना मोबाइल नंबर तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म साझा किया था. नरेश पारस के मुताबिक जब उन्होंने 27 तारीख को फेसबुक पर लिखा था कि उन्होंने 26 तारीख की तमाम कॉल रिकॉर्ड्स को चेक किया था उसके मुताबिक 26 तारीख को 800 लोगों ने ऑक्सीजन को लेकर उनसे संपर्क साधा था, जिसमें 456 कॉल उन्होंने रिसीव करके लोगों के साथ जानकारी साझा की थी. वही, 344 मिस कॉल हुई थीं जिनको उन्होंने बाद में मैसेज और व्हाट्सएप के जरिए जानकारी उपलब्ध कराई गई थी.


भयावह थी स्थिति 
नरेश पारस के मुताबिक उनके फोन पर आईं कॉल्स ये बता रही हैं उस समय आगरा में स्थिति कितनी ज्यादा भयावह थी और लोग ऑक्सीजन के अभाव में दम तोड़ रहे थे. वहीं, जिलाधिकारी आगरा ने इस मामले में बयान दिया है कि पारस अस्पताल को प्रॉपर ऑक्सीजन सप्लाई की गई साथ ही शहर में किसी भी तरह की ऑक्सीजन किल्लत नहीं थी. ये कहीं ना कहीं अपने आप को बचाने की कोशिश है.  


पीड़ित पक्षों से उनके बयान क्यों नहीं लिए जा रहे हैं 
नरेश पारस इस मसले को एनएचआरसी भी लेकर गए हैं और एनएचआरसी ने इस मामले में केस रजिस्टर कर लिया है. जल्द ही इस बात की उम्मीद है कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की तरफ से संबंधित पक्षों को नोटिस जारी किए जाएंगे. नरेश पारस आगे आरोप लगाते हैं जब अभी तक 10 शिकायतें एडीएम सिटी के पास पहुंच चुकी हैं तो अभी तक क्यों नहीं पीड़ित पक्षों से उनके बयान लिए जा रहे हैं. ये कहीं ना कहीं श्री पारस अस्पताल के संचालक और जिला प्रशासन की मिलीभगत की ओर इंगित करता है. 


अस्पताल को किया गया सील 
आपको बता दें कि, अभी हाल ही में श्री पारस अस्पताल के संचालक अरिंजय जैन का एक वीडियो सामने आया था जिसमें अरिंजय जैन 5 मिनट के लिए ऑक्सीजन सप्लाई रोकने की बात कर रहा था. अरिंजय जैन कह रहा है कि कितने लोग मरेंगे, कितने लोग जिएंगे इसको जानने के लिए मैंने एक मॉकड्रिल की और 22 लोग छट गए. मामला सामने आने के बाद से एबीपी गंगा ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया, जिसके बाद श्री पारस अस्पताल को सील कर दिया गया है और अरिंजय जैन के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत हुआ है.  


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