UP Politcs: कांशीराम की प्रतिमा अनावरण के पीछे क्या है अखिलेश यादव की रणनीति? सपा महासचिव ने बताया
UP News: समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने हाल ही में कांशीराम की प्रतिमा का अनावरण किया था. वहीं सपा आगे आरक्षण, जातिगत जनगणना और किसानों के मुद्दे को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी कर रही है.
UP Politics News: बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) के संस्थापक रहे कांशीराम (Kanshiram) की प्रतिमा का समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने अनावरण किया था. अनुसूचित जाति के लोगों को अपने पाले में लाने के लिए सपा ने जिस तरह से अपनी रणनीति बदली है, उसको लेकर बीएसपी (BSP) और बीजेपी (BJP) दोनों दलों में बेचैनी है. वहीं, सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामजी लाल सुमन (Ramji Lal Suman) कहते हैं कि पार्टी अब मुद्दों पर राजनीति कर रही है. अनुसूचित जाति (Scheduled Caste) और पिछड़े वर्ग के लोगों को एहसास दिलाने की कोशिश की जा रही है कि बुरे वक्त में सपा उनके साथ है. उन्होंने आगे कहा कि हमारी कोशिश है कि उन्हें लगे कि सपा उनके साथ खड़ी है.
बता दें कि अखिलेश यादव ने प्रतिमा अनावरण के मौके पर बीजेपी और बसपा दोनों पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा, 'बीजेपी दूसरों का साथ लेकर हमला करती है इसलिए सावधान रहना होगा.' उन्होंने आगे कहा, 'हम बसपा को साथ लाए थे, वह जीरो से 10 पहुंच गई थी लेकिन अब बसपा के नंबर एक के नेता हमारे साथ आ गए हैं, सोचिए कि 10 में से एक हटा देंगे तो क्या बचेगा.' उधर, रामजी लाल सुमन ने कहा, ' समाजवादी पार्टी अपनी रणनीति के साथ आगे बढ़ रही है कि कैसे पार्टी के आचरण से महसूस हो कि वह उन वर्गों के साथ खड़ी है.' उन्होंने आगे कहा कि अंबेडकरवादी विचारधारा और लोहियावादी विचारधारा में काफी साम्यता है. यही वजह है कि कांशीराम को नेताजी मुलायम सिंह यादव ने इटावा से सांसद बनाया था. मुलायम सिंह यादव और कांशीराम के विचारों में काफी साम्यता रही है.
भावनात्मक मुद्दे पर वोट नहीं पाएगी बीजेपी- रामजी लाल सुमन
रामजीलाल सुमन ने आगे कहा कि जाति और धर्म के नाम पर अतिवाद हो रहा है. उसे जनता समझ रही है. इस तरह के भावनात्मक मुद्दों पर बीजेपी को वोट नहीं मिलेगा. यही वजह है समाजवादी पार्टी आगे आने वाले समय में किसानों के मुद्दे पर, जातिगत जनगणना और बीजेपी सरकार द्वारा आरक्षण को समाप्त करने की साजिश को लेकर जनता के बीच जाने का काम करेगी. हम उपेक्षित वर्गों को पार्टी से जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें-
UP B.Ed 2023: फॉर्म भरने की आखिरी तारीख कल, इस डायरेक्ट लिंक से तुरंत कर दें अप्लाई