ताजमहल के टिकट काउंटर के पास निकला अजगर, पर्यटकों में मचा हड़कंप
पर्यटकों द्वारा टिकट खिड़की के पास अजगर को देखा गया था. वन्यजीव एसओएस ने ताजमहल पहुंचकर पांच फुट लंबे अजगर का रेस्क्यू किया. कुछ घंटों के लिए निगरानी में रखा गया और बाद में उसे जंगल में छोड़ दिया गया.
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आगरा: ताजमहल की टिकट खिड़की पर अजगर दिखने से खलबली मच गई. सूचना मिलने पर आगरा के वन्यजीव एसओएस ने ताजमहल पहुंचकर पांच फुट लंबे अजगर का रेस्क्यू किया. अजगर को कुछ घंटों के लिए निगरानी में रखा गया और बाद में उसे जंगल में छोड़ दिया गया. ऐतिहासिक स्मारक के पश्चिम द्वार पर तैनात पर्यटन पुलिस अधिकारियों ने टिकट काउंटर पर मंगलवार सुबह 5 फुट लंबा इंडियन रॉक पायथन देखा था और तुरंत वन्यजीव एसओएस को इसकी की सूचना दी. जिसके बाद बचाव अभियान को अंजाम देने के लिए आवश्यक बचाव उपकरणों के साथ दो सदस्यीय टीम तुरंत उस स्थान पर पहुंची.
वाइल्डलाइफ एसओएस को सूचना देने वाले पर्यटन पुलिस के कांस्टेबल, विद्याभूषण सिंह ने बताया, "पर्यटकों द्वारा टिकट खिड़की के पास अजगर को देखा गया था. इसकी सूचना दी और उनकी टीम ने समय रहते सांप को रेस्क्यू किया." वाइल्डलाइफ एसओएस के सह-संस्थापक और सीईओ कार्तिक सत्यनारायण ने कहा, "सांपों से जुड़े बचाव अभियान बेहद संवेदनशील होते हैं. टीम के रेस्क्यूअर प्रशिक्षित है, जो कि कुशलपूर्वक और सावधानी बरतते हुए रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम देते हैं."
इंडियन रॉक पायथन एक गैर विषैली सांप की प्रजाति है
वाइल्डलाइफ एसओएस के डायरेक्टर कंजरवेशन प्रोजेक्ट्स, बैजूराज एम.वी, ने कहा, "सालों से टीम ताजमहल परिसर से कई सांप और पक्षियों का रेस्क्यू करती आई है, क्योंकि यह ताज नेचर वॉक ग्रीन बेल्ट के करीब है, इसलिए यहां वन्यजीव अक्सर भटक कर आ जाते हैं." इंडियन रॉक पायथन (अजगर) एक गैर विषैली सांप की प्रजाति है. ये मुख्य रूप से छोटे जानवर, चमगादड़, पक्षियों, छछूंदर, हिरण और जंगली सूअर को अपना आहार बनाते हैं और आमतौर पर भारत, पाकिस्तान, नेपाल, भूटान, बांग्लादेश और श्रीलंका के जंगलों में पाए जाते हैं.
इस प्रजाति को वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की अनुसूची क के तहत संरक्षित किया गया है और कन्वेंशन ऑन इंटरनेशनल ट्रेड इन एनडेंजर्ड स्पीशीज के परिशिष्ट क के तहत सूचीबद्ध किया गया है.
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