UP News: सावन माह में ताजमहल पर जल चढ़ाने का मामला सामने आया था जिसके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे. सावन माह में ताजमहल को तेजोमहालय मानकर दो युवकों ने गंगा जल चढ़ाया था जो अब जेल से बाहर आ गए हैं. दो युवक ताजमहल के अंदर प्रवेश करते हैं और बोतल से जल चढ़ाते हैं, दावा किया गया था यह जल गंगाजल है और सावन माह में अभिषेक किया गया है. यह दोनों युवक अखिल भारत हिंदू महासभा के पदाधिकारी बताए गए थे.


दोनों युवकों को फूल माला पहनाई


ताजमहल पर जल चढ़ाने वाले दोनों युवकों को ताजमहल की सुरक्षा में तैनात सीआईएसएफ ने हिरासत में लिया था और पुलिस को सौंप दिया गया था. पुलिस ने दोनों आरोपियों को मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया था. अब दोनों युवकों की जमानत हो गई और जब युवक जेल से बाहर आए तो जेल परिसर के बाहर उनका स्वागत किया गया साथ ही जमकर नारेबाजी भी की गई. जेल से बाहर आए युवकों को फूल माला पहनाई गई, युवकों के स्वागत में नारे लगाए. ताजमहल पर जल चढ़ाने वाले युवकों के स्वागत के लिए बहुत लोग पहुंचे थे जिन्होंने फूल-मालाओं के साथ स्वागत किया. ताजमहल पर जल चढ़ाने वाले युवकों को गले लगाया गया.




31 अगस्त को जेल से रिहा हुए दोनों युवक


यह दोनों युवक करीब 28 दिन के बाद जेल से रिहा हुए, युवकों की जमानत 22 अगस्त को हो गई और 31 अगस्त को जेल से रिहा हुए. जैसे ही युवक जेल से बाहर आए तो नारेबाजी करते हुए ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत किया. इसके साथ ही आगरा से लेकर मथुरा तक युवकों का स्वागत किया गया, जगह-जगह फूल मालाओं के साथ स्वागत किया गया. दोनों युवक जमानत पर जेल से रिहा हुए, इस दौरान हिंदूवादी नेताओ का कहना है कि ताजमहल हमारा तेजोमहालय है और तेजोमहालय पर जलाभिषेक किया गया था. सावन माह में तेजोमहालय पर गंगाजल चढ़ाया गया था. 


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