Taj Mahal News: ताजमहल आए विदेशी पर्यटक को नहीं मिला व्हीलचेयर रैंप, महिला को गोद में उठाकर चढ़ा सीढ़ियां
Agra News: ताजमहल के मुख्य मकबरे पर जाने के लिए सीढ़ियां हैं, लेकिन दिव्यांग पर्यटकों के लिए न रैंप की व्यवस्था है और न ही व्हीलचेयर है. ऐसे में दिव्यांग पर्यटकों को परेशानी होती है.
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के आगरा (Agra) में ताजमहल (Taj Mahal) घूमने आए एक विदेशी पर्यटक को दिव्यांग महिला को गोद में लेकर सीढ़ियां चढ़ना और उतरना पड़ा. पर्यटक किसी तरह से 22 सीढियों पर चढ़कर पहुंचा. इस वजह से उसे काफी परेशानी हुई. इसके बाद उसने ट्वीट करते हुए कहा कि दुनिया के टॉप मान्यूमेंट में से एक ताजमहल पर व्हीलचेयर रैंप क्यों नहीं है. बता दें कि छह जनवरी 2023 को अमेरिका के न्यूयार्क में रहने वाले डाटा कंपनी में इंजीनियर एडम वॉकर ने ट्वीट कर ताज में पर्यटकों की व्यवस्था पर सवाल उठाए थे.
ताज की व्यवस्था पर उठे सवाल
एडम वॉकर की पत्नी भारतीय मूल की हैं और केरल की रहने वाली हैं. वे अपने साले और सहलज के साथ ताजमहल घूमने आए थे. उनकी सहलज दिव्यांग हैं. विदेशी पर्यटक के ट्वीट के बाद एक बार फिर से ताज की व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं. विश्व की सबसे खूबसूरत इमारतों में से एक ताज में इस तरह की शिकायत आना कई सवाल खड़े करता है. ताजमहल के मुख्य मकबरे पर जाने के लिए सीढ़ियां हैं, लेकिन दिव्यांग पर्यटकों के लिए न रैंप की व्यवस्था है और न ही व्हीलचेयर हैं.
दीदार को आते हैं लाखों पर्यटक
बता दें कि दुनियाभर से हर साल लाखों की संख्या में पर्यटक ताजमहल घूमने आते हैं. ऐसे में इस तरह की शिकायतों से इसका नकारात्मक असर भी पड़ सकता है. दुनिया के बड़े नेता भी जब भारत आते हैं तो ताजमहल जाते हैं. ताजमहल का निर्माण मुगल बादशाह शाहजहां ने कराया था. यह सफेद संगमरमर से बना है. यह अपनी खूबसूरती के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है. इस समय कोहरे की वजह से ताजमहल सुबह के समय ठीक से दिखाई नहीं दे रहा है. इस वजह से दोपहर में ही ताज का दीदार करना ज्यादा ठीक होगा.