Uttar Pradesh News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर इस साल कहा था कि अब देश की जनता को यह प्रण लेना है कि गुलामी के निशानों को जड़ से मिटाना है. प्रधानमंत्री की बात से प्रेरित होकर आगरा उत्तर से बीजेपी विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल (MLA Purushottam Khandelwal) ने आगरा शहर के बीचों बीच स्थित जॉन्स पब्लिक लाइब्रेरी (Johns Public Library) का नाम बदलने के लिए आगरा मेयर नवीन जैन को ज्ञापन सौंपा है. विधायक ने इस लाइब्रेरी का नाम किसी अंग्रेज व्यक्ति के नाम से बदलकर राष्ट्रवादी विचारक और लेखक अधीश भटनागर के नाम पर करने का आग्रह किया है.
पीढ़ियों को देना है मैसेज-विधायक
वहीं दूसरी तरफ उन्होंने जॉन्स लाइब्रेरी के पीछे एक साइड में रखी क्वीन विक्टोरिया और 2 अन्य की मूर्तियों को वहां से हटाने की बात भी कही है. ये तीनों मूर्तियां एक बड़े फाउंडेशन पर लाइब्रेरी के सामने ही स्थित हैं. गुलामी के ये प्रतीक चिन्ह हटाने के पीछे विधायक खंडेलवाल कहते हैं कि इसके पीछे का मकसद आगे आने वाली पीढ़ियों को एक मेसेज देना है.
विक्टोरिया की मूर्तियों पर क्या कहा
विधायक ने कहा स्वर्गीय अधीश भटनागर जो सुल्तानगंज के रहने वाले थे और इमरजेंसी के दौरान आगरा और एटा जेल में बंद रहे. मुझे उनके साथ काम करने का सौभाग्य भी मिला. उनके नाम पर इसका नाम रखा जाए. ऐसे में शहर के बीचों बीच स्थित इस लाइब्रेरी का नाम किसी अंग्रेज के नाम से रहना मुझे अखरता है. वहीं अष्टधातु की बनी रानी विक्टोरिया और अन्य 2 अंग्रेजों की मूर्तियों को यहां से शिफ्ट करने के लिए भी सरकार से वार्ता करूंगा.
आजादी के साल से है अस्तित्व में
बता दें कि आगरा के डॉ भीमराव आंबेडकर यूनिवर्सिटी के पालीवाल पार्क कैंपस के बिलकुल नजदीक जोन्स पब्लिक लाइब्रेरी स्थित है जो आजादी की साल 1947 से अस्तित्व में है. इस लाइब्रेरी में हजारों किताबें हैं और एक दौर में बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स इस लाइब्रेरी में पढ़ने आते थे.