(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Agra News: सड़क पर आई BJP विधायक के परिवार की रार, बेटे पर उसकी दूसरी पत्नी ने लगाए गंभीर आरोप, पहुंचीं थाने
UP News: शालिनी वर्मा कहती हैं, मेरे बच्चे सड़क पर हैं और मेरी सुनवाई इसलिए नहीं हो रही है क्योंकि लक्ष्मीकांत एक बीजेपी विधायक का बेटा है. न्याय नहीं मिला तो वह CM तक जाएंगी.
Uttar Pradesh News: यूपी में ताजनगरी आगरा (Agra) में फतेहाबाद से विधायक छोटेलाल वर्मा (Fatehabad MLA Chhotelal Verma) की पारिवारिक रार अब सड़क पर आ चुकी है. दरअसल बीजेपी विधायक (BJP MLA) के बेटे लक्ष्मीकांत वर्मा पर उनकी दूसरी पत्नी शालिनी वर्मा ने गंभीर आरोप लगाए हैं. क्षेत्राधिकारी सदर अर्चना सिंह को शालिनी ने तहरीर देकर अपने पति के खिलाफ रेप, शारीरिक शोषण और जान से मारने की धमकी देने जैसे आरोपों में मुकदमा दर्ज करने की मांग की है लेकिन कई दिन से चक्कर काटने के बाद भी शालिनी सिंह का मुकदमा नहीं लिखा गया है. पुलिस (Agra Police) मामले की जांच के बाद ही मुकदमा लिखने की बात कह रही है.
क्या आरोप लगाया महिला ने
क्षेत्राधिकारी सदर अर्चना सिंह की ऑफिस के बाहर खड़ी महिला खुद को बीजेपी विधायक छोटेलाल वर्मा के पुत्र लक्ष्मीकांत की पत्नी होने का दावा कर रही है. शालिनी अपने पति लक्ष्मीकांत से बेहद नाराज है. पीड़िता शालिनी ने जो तहरीर पुलिस को दी है उसके मुताबिक वो उसकी बहन की फ्रेंड थी और पहली बार लक्ष्मीकांत ने साल 2003 में अपने घर में बुलाकर पहले रेप किया और उसके बाद कई सालों तक उसका शारीरिक शोषण करता रहा. इस दौरान पीड़िता ने जब भी विरोध करने का प्रयास किया तो उसे हमेशा ही मारपीट और डरा धमकाकर चुप करा दिया. कई सालों तक उत्पीड़न झेलने के बाद महिला ने बीजेपी विधायक के पुत्र के खिलाफ अब तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई है.
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सीएम से करेंगी शिकायत
एबीपी गंगा से बातचीत में शालिनी वर्मा का कहना है कि, 3 सितंबर से वह क्षेत्राधिकारी सदर के पास लगातार आ रही हैं लेकिन अभी तक उनके तहरीर पर मुकदमा नहीं लिखा गया है. शालिनी का कहना है कि लक्ष्मीकांत से उसका एक बेटा और एक बेटी है और वह इस समय एक एक पैसे के लिए मोहताज है. ना उसके पास घर है और ना ही गाड़ी. घर, परिवार और जायदाद में लक्ष्मीकांत ने कोई हिस्सा उसे नहीं दे रखा है. मेरे बच्चे सड़क पर हैं और मेरी सुनवाई इसलिए नहीं हो रही है क्योंकि लक्ष्मीकांत एक बीजेपी विधायक का बेटा है. शालिनी वर्मा कहती हैं उन्हें न्याय नहीं मिला तो वह मुख्यमंत्री तक जाएंगी और न्याय मिलने तक उनका संघर्ष जारी रहेगा.
क्या कहा विधायक के बेटे ने
इस पूरे मामले में क्षेत्राधिकारी सदर की ऑफिस के सामने ही शालिनी और लक्ष्मीकांत के बीच आपसी कहासुनी भी देखी गई. बीजेपी विधायक के बेटे लक्ष्मीकांत ने इस मामले में सफाई दी है. उनका कहना है कि शालिनी से हिंदू रीति रिवाज के तहत विधि विधान से साल 2009 में शादी हुई है और गीत और गौरिक मेरे दो बच्चे शालिनी से पैदा हुए हैं. साल 2003 के दरमियान मैं शालिनी के संपर्क में आया. शालिनी मेरी बहन की फ्रेंड रही है.
विधायक के बेटे ने कहा कि, मेरी साल 2005 सोनू कटारिया नाम की एक महिला से शादी हो चुकी है और दूसरी शादी साल 2009 में शालिनी से हुई है. शालिनी जो भी आरोप लगा रही है वह पूरी तरह बेबुनियाद है. मैंने शालिनी को आने जाने के लिए गाड़ी दे रखी है, वहीं रहने के लिए 3 बीएचके फ्लैट भी खरीदकर दे रखा है और मैं 35 हजार रुपये महीना मासिक खर्चा भी शालिनी को दे रहा हूं. शालिनी की नाजायज मांग मेरे पैतृक संपत्ति में हिस्सेदारी को लेकर है जो मैं नहीं कर सकता. इसलिए शालिनी मेरे से नाराज होकर इस पूरे मुद्दे को गलत तरीके से तूल दे रही है.
विधायक के बेटे ने कहा कि, साल 2016 में हम दोनों ने डाइवोर्स के लिए भी अप्लाई कर रखा था लेकिन दोनों ने आम सहमति से जिंदगी को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया और अचानक से एक बार फिर शालिनी परिवार की इज्जत को तार-तार करते हुए यह सारा बखेड़ा खड़ी कर रही है. मैं अपने बच्चों से बेहद प्यार करता हूं और मैंने उनकी फ्यूचर सिक्योरिटी के लिए भी तमाम पॉलिसी और अन्य चीजें कर रखी हैं.
पुलिस ने क्या कहा
इस मामले में क्षेत्राधिकारी सदर अर्चना सिंह कैमरे पर बोलने को तैयार नहीं है लेकिन उनका कहना है कि शारीरिक शोषण और धोखेबाजी से ज्यादा यह मामला पारिवारिक संपत्ति में हिस्सेदारी को लेकर विवाद का है इसलिए काउंसलिंग कराई जा रही है. एक विस्तृत रिपोर्ट मैंने एसएसपी सर को भेज दी है और वही इस तहरीर पर आगे की कानूनी कार्रवाई को लेकर फैसला लेंगे. बता दें कि, कुल मिलाकर यह मामला एक बीजेपी विधायक के बेटे से जुड़ा हुआ है इसलिए लगातार सुर्खियों में बना हुआ है.