Wing Commander Prithvi Singh Chauhan Death: तमिलनाडु में बुधवार को हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हुए विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान (42) के निवास स्थल आगरा में शोक की लहर है. उनके परिजनों को सांत्वना देने के लिए बड़ी संख्या में लोग उनके घर पहुंच रहे हैं. हादसे में विंग कमांडर चौहान की मौत होने की सूचना मिलते ही उनके संबंधी और पड़ोसी दयाल बाग में सरन नगर स्थित उनके घर पहुंचे. विंग कमांडर चौहान का परिवार 2006 में मध्य प्रदेश के ग्वालियर से आगरा आ गया था और उनके पिता सुरेंद्र सिंह (74) ने यहां बेकरी का काम शुरू किया.
ज्ञात हो कि तमिलनाडु के कुन्नूर में वायु सेना के हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से CDS जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य की मौत हो गयी है. विंग कमांडर चौहान भी मृतकों में शामिल हैं.
पिता को समाचार चैनलों से मिली मौत की सूचना
सुरेंद्र सिंह ने कहा कि बेटे की असामयिक मौत की सूचना समाचार चैनलों से मिली. बहरहाल, हमें वायु सेना के अधिकारियों या आगरा प्रशासन की ओर से बुधवार को इस खबर की आधिकारिक पुष्टि करने वाला कोई संदेश नहीं मिला. उन्होंने बताया कि उनकी सबसे बड़ी बेटी ने टीवी पर यह खबर देखने के बाद पृथ्वी से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की लेकिन पृथ्वी का फोन बंद था. इसके बाद उसने पृथ्वी की पत्नी कामिनी सिंह को फोन किया, जिसने इस खबर की बात स्वीकार की.
पिता ने अपने बेटे को याद करते हुए कहा कि वह हमारा कुशल क्षेम लिया करता था. उसने 31 साल बाद अपनी तीन बहनों के साथ पिछले साल रक्षाबंधन मनाया था, लेकिन उसकी बड़ी बहन रक्षाबंधन पर नहीं आ पाई थी, क्योंकि वह मुंबई में रहती है.
पृथ्वी सिंह चौहान पांच भाई-बहनों में थे सबसे छोटे
विंग कमांडर पृथ्वी के पिता ने बताया कि मैंने पृथ्वी से तीन-चार दिन पहले बात की थी. उसकी मां की नजर कमजोर हो गई है और पृथ्वी ने अपनी मां की सेना के अस्पताल में जांच के लिए समय लिया था. परिवार से मिली जानकारी के अनुसार विंग कमांडर पृथ्वी ने मध्य प्रदेश के रीवा स्थित सैनिक स्कूल में पढ़ाई की. वह साल 2000 में हैदराबाद में भारतीय वायु सेना में शामिल हुए और इस समय तमिलनाडु के कोयंबटूर में भारतीय वायु सेना स्टेशन पर तैनात थे. पृथ्वी का वृंदावन निवासी कामिनी सिंह से 2007 में विवाह हुआ था. उनकी 12 वर्षीय बेटी आराध्या और नौ वर्षीय बेटा अविराज है.
आगरा से सांसद एवं केंद्रीय कानून राज्य मंत्री एस पी सिंह बघेल ने भी बुधवार देर रात दो बजे विंग कमांडर चौहान के घर पहुंचकर उनके परिवार को सांत्वना दी.
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