Agra Diwali 2024: आगरा में यमुना आरती स्थल पर हुआ भव्य दीपोत्सव, 21 हजार दीपों की रोशनी जगमगा उठा घाट
UP News: दीपोत्सव के रंग में ताज नगरी आगरा भी नजर आई. यमुना किनारा रोड स्थित यमुना आरती स्थल पर एक साथ 21 हजार दीप जलाए गए. इस दौरान बच्चे और बुजुर्ग भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे.
Diwali 2024: पांच दिवसीय दीपावली त्यौहार की शुरुआत धनतेरस से हो गई है. आगरा में भी धनतेरस के साथ दीपोत्सव पर्व शुरू हुआ जिसका नजारा भव्य नजर आ रहा था. देश में भर दीपोत्सव की धूम है. प्रकाश के पर्व दीपावली पर चारों ओर रोशनी नजर आ रही है. एक ओर अयोध्या में विशाल दीपोत्सव की तैयारी है तो आगरा भी अयोध्या के दीपोत्सव में शामिल नजर आ रहा है. दीपोत्सव के नजारा में लगा कि आगरा भी अयोध्या नगरी बना गया.
आगरा के यमुना किनारा रोड स्थित यमुना आरती स्थल रोशनी से जगमग नजारा रहा था, चारों तरफ दीपकों की रोशनी और उत्सव में डूबे यमुना भक्त दिखाई दिए. यमुना आरती स्थल पर आगरा नगर निगम की ओर से बड़े स्तर पर दीपावली का आयोजन किया गया, जिसमे बड़ी संख्या यमुना भक्त शामिल हुए. यमुना आरती स्थल पर रंगोली बनाई गई और रंगोली के ऊपर दीपकों को रखा गया. जब 21 हजार दीपक एक जले तो नजारा ही बदल गया. चारों ओर दीपकों की रोशनी नजर आने लगी. यमुना आरती स्थल दीपकों की रोशनी से जगमग हो गया. यमुना आरती स्थल पर दीपावली के त्योहार को लेकर आयोजन की शुरुआत की गई जिसमे आगरा मेयर, नगर आयुक्त सहित अन्य अधिकारी शामिल हुए.
धनतेरस से दीपावली पर्व के पांच दिवसीय त्योहार की शुरुआत हो जाती है, दीपावली के त्योहार पर आगरा में दीपोत्सव मनाया गया है. आगरा में इस बार नगर निगम की ओर से यमुना आरती स्थल पर भव्य दीपावली महोत्सव का शुभारंभ किया गया है. जहां पहली बार 21 हजार दीपों से इस पर्व की शुरुआत की गई है. यमुना आरती स्थल का नज़ारा बिल्कुल अलग ही नजर आ रहा था. चारो ओर दीपकों की रोशनी नजर आ रही थी.
बच्चे के साथ बड़े-बुजुर्ग दीपोत्सव में हुए शामिल
इस दीपावली महोत्सव में बच्चों के लिए झूले और बड़ों के लिए खानपान की स्टॉल्स भी लगाई गई है. दीपावली महोत्सव में सैकड़ों की संख्या में यमुना मैया के भक्त भी शामिल हुए. इस मौके पर आगरा मेयर आगरा हेमलता दिवाकर और नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने यमुना मैया की आरती उतार कर दीपोत्सव का शुभारंभ किया.
मेयर आगरा और नगर आयुक्त ने कहा कि दीपावली का त्यौहार बुराई को छोड़ने का प्रतीक है, इसलिए इस बार पॉलीथिन का त्याग कर पर्यावरण को बचाने का संकल्प लें. ताकि पर्यावरण के साथ शहर को भी स्वच्छ बनाया जा सके, यमुना नदी को साफ रखना हम सबकी जिम्मेदारी है. क्योंकि जल है तो कल है.