Agra News: आगरा में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें एक युवक को बेरहमी के साथ पीटा गया है. वहीं गला दबा कर जान से मारने की कोशिश की गई. फिर मरा हुआ समझ कर गड्ढा खोदकर दफना दिया. वहीं जब आवारा जानवरों ने उस युवक को नोचा तब उसे होश आया. ऐसी हालत में देख वहां मौजूद लोगों ने युवक को गड्ढे से बाहर निकाला. वहीं इसकी सूचना पुलिस को दी गई. वहां मौजूद लोगों ने युवक को अस्पताल में भर्ती कराया. वहीं घटना के 13 दिनों बाद पुलिस ने एसपी सिटी के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया है.
दरअसल यह पूरा मामला आगरा के सिकंदरा क्षेत्र का है. जहां अरतोनी निवासी युवक रूपकिशोर के साथ गांव के कुछ लोगों ने झगड़ा किया और फिर बहाने से उसे बुलाकर अपने साथ ले गए. आरोपियों ने युवक को पहले बेरहमी से पीटा, कपड़े का फंदा बनाकर गला दबाकर जान से मारने की कोशिश की और मरा हुआ समझ कर बालू के गड्ढे गाड़ दिया. बताया गया है कि जब युवक के शरीर को जानवरों ने नोचा तब जाकर युवक को होश आया और घायल युवक ने खुद को गड्ढे से बाहर निकाला. गंभीर हालत में बालू से सना हुआ युवक मदद के लिए चलता रहा और एक घर में जाकर शरण ली.
13 दिन बाद मुकदमा हुआ दर्ज
युवक की हालत देख उसे लोगों ने अस्पताल में भर्ती कराया और परिजन पहुंच गए. बालू से सने हुए युवक को देखकर हर कोई हैरान था. मामले की सूचना पुलिस को दी गई. यह मामला सिकंदरा पुलिस के गले की फांस बन गया है. पीड़ित रामवती 13 कई दिनों तक इधर से उधर भटकती रही पर मुकदमा दर्ज नहीं हुआ. घायल युवक रूपकिशोर का मेडिकल तो कराया गया पर मुकदमा दर्ज नहीं हुआ.आखिरकार 13 दिन बाद डीसीपी सिटी के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया.
थाना सिकंदरा से लेकर चौकी तक पीड़ित चक्कर लगाते रहे पर थाना में मुकदमा दर्ज नहीं हुआ. रामवती फिर जब डीसीपी सिटी सूरज राय के सामने पहुंची तब जाकर 13 दिन बाद मुकदमा दर्ज किया गया. इस दौरान पीड़ित युवक मौत से जंग लड़ने के बाद कई दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहा. अब पुलिस इस मामले की जांच कर रही है. थाना सिकंदरा प्रभारी नीरज कुमार शर्मा जानकारी देते हुए बताया कि झगड़े के बाद 151 की कार्रवाई की गई थी. उसके बाद मुकदमा दर्ज करने को लेकर तहरीर दी गई थी. अब मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, मामले की जांच की जा रही है.
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