आगरा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्किल इंडिया प्रोग्राम को आगरा के संजय तोमर ने चरितार्थ किया है. कई सारे स्कूल-कॉलेजों के संचालक संजय तोमर ने लाजपत कुंज स्थित घर को ही प्रयोगशाला बना दिया है. उन्होंने कबाड़ से रेलवे, वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट, हाइड्रो इलेक्ट्रिसिटी डैम, केमिकल प्लांट, न्यूक्लियर पावर प्लांट, सीमेंट फैक्ट्री के साथ-साथ मॉडल टाउन का मॉडल बनाया है. दिलचस्प बात ये है कि वो कला वर्ग के विद्यार्थी रहे हैं.
मॉडल में 90 फीसदी वेस्ट मेटेरियल का इस्तेमाल
संजय तोमर ने बताया कि उन्होंने सारे मॉडल में 90 फीसदी वेस्ट मेटेरियल का इस्तेमाल किया है. लॉकडाउन की अवधि में सर्वाधिक समय मॉडल बनाने में ही खर्च किया. परिवार ने भी सहयोग दिया. संजय तोमर बताते हैं कि उन्हें सारे मॉडल बनाने में 9 महीने का समय लगा और कुछ लाख रुपए खर्च हुए. इसको लेकर संजय तोमर कहते हैं कि प्रधानमंत्री ने नई शिक्षा नीति में हुनर और तकनीकी शिक्षा पर जोर दिया है. इसीलिए मैंने सोचा कि आखिर इसकी शुरुआत घर ही की जाए.
वेस्ट मेटेरियल जुटाने में हुई दिक्कत
संजय तोमर का कहना है कि उन्हें मॉडल बनाने के लिए सबसे ज्यादा दिक्कत वेस्ट मेटेरियल जुटाने में हुई. उनकी इच्छा म्यूजियम बनाने की है, जिसमें न केवल उनकी ओर से बनाए गए मॉडल, बल्कि शहर के बाकी कलाकारों की कृतियों को भी स्थान दिया जाएगा.
सरकंडे से बनाई खूबसूरत कलाकृतियां
संजय तोमर सरकंडे से कई भवनों के मॉडल बना चुके हैं. पढ़ाई के दिनों से यह काम कर रहे हैं. अमेरिकी संसद भवन, ताजमहल, सेंट जोंस कॉलेज, कर्नाटक की विधानसभा, शेख सलीम चिश्ती की दरगाह, आगरा विश्वविद्यालय का मॉडल सरकंडे से बना चुके हैं.
भवनों के मॉडल बनाने के लिए साल 1987 में संजय तोमर को राज्य पुरस्कार भी मिला.बाद में राष्ट्र स्तर पर पुरस्कृत हुए. वर्ष 1992 में संजय तोमर ने अयोध्या में प्रस्तावित राममंदिर का मॉडल सरकंडे से बनाया था.
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