UP News: बस्ती में 79915 हेक्टेयर कृषि भूमि पर सिंचाई, सरयू नहर परियोजना से पोखर और तालाब को भी मिल रहा पानी
Basti News: बस्ती में सरयू नहर परियोजना का लाभ मिलने से किसानों के मुरझाए चेहरे खिल उठे हैं. चार दशक पहले तामझाम से परियोजना का शुभारंभ हुआ था. सरकारों की सुस्ती से काम अधर में लटकता चला गया.
Saryu Canal Project: बस्ती (Basti) में सरयू नहर का पानी खेतों तक पहुंचने से किसानों की खुशी का ठिकाना नहीं है. पूर्वांचल जोन के करीब 3 लाख किसान सरयू नहर परियोजना से सीधे लाभांवित हो रहे हैं. बस्ती में करीब 79915 हेक्टेयर की कृषि भूमि पर सिंचाई हो रही है. 1068 किलोमीटर में 167 नहरों से किसानों को सीधा लाभ पहुंच रहा है. सरयू नहर परियोजना के तहत 263 पोखर और तालाब को भी पानी से भरने का काम किया जा रहा है.
सरयू नहर परियोजना का किसानों को मिल रहा लाभ
बता दें कि सरयू नहर परियोजना के पूरा होने की आस किसानों ने छोड़ दी थी. चार दशक पहले शुरू हुई परियोजना सरकारों की सुस्त चाल की वजह से अधर में पड़ी रही. 1982 में सरयू नहर परियोजना शुरू करते हुए खेती के लिए वरदान बनने का दावा किया गया था. किसानों को हसीन सपने दिखाए गए थे. लेकिन सरकारों की सुस्ती से परियोजना का काम भंवर में फंसता चला गया. सत्ता में आने के बाद मोदी सरकार ने मास्टर प्लान बनाकर परियोजना को पूरा करने का बीड़ा उठाया.
मोदी सरकार आने के बाद युद्धस्तर पर पूरा हुआ काम
सरयू नहर के अधिशासी अभियंता राजेश गौतम ने बताया कि बस्ती जनपद में सरयू नहर पूरी तरह से किसानों को लाभान्वित कर रही है. जनपद के अंतिम छोर तक किसानों को पानी मिल रहा है. सरकार के प्रयास से पानी खुद किसानों के खेत तक पहुंच रहा है. पहले किसानों को खेतों तक पानी लेकर आना पड़ता था. सिंचाई के लिए बादलों पर निर्भर रहते थे. मोदी सरकार आने के बाद सरयू नहर परियोजना को युद्धस्तर पर पूरा कराया गया. अब किसान बेहद खुश होकर खेतों की सिंचाई कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि किसानों की भलाई के लिए सरकार प्रतिबद्ध है और सरयू नहर के जरिए सिंचाई का काम सुचारू रूप से चल रहा है.