Kalyan Singh News: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और यूपी में बीजेपी (BJP) को स्थापित करने वाले कल्याण सिंह के निधन के बाद पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. पूरे प्रदेश में तीन दिनों का राजकीय शोक रहा. लखनऊ (Lucknow) से लेकर अलीगढ़ (Aligarh) तक उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई. अब बीजेपी उनके नाम पर ना केवल सड़कों का नामकरण करने जा रही है, बल्कि कल्याण सिंह की प्रतिमाएं भी कई जिलों में लगाई जाएंगी. इतना ही नहीं कल्याण सिंह के नाम पर सरकारी योजना का भी ऐलान किया जा सकता है. जाहिर है इन सबके बहाने कहीं ना कहीं बीजेपी 2022 के लिए कल्याण सिंह के नाम के सहारे ना केवल पिछड़ों को साधने बल्कि अपने हिंदुत्व के एजेंडे को भी धार देने में जुट गई है.
कल्याण सिंह के लखनऊ स्थित आवास पर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे. उसके बाद जिस तरह से पहले कल्याण सिंह की अंतिम यात्रा निकाली गई उसमें हजारों की भीड़ जुटी. नरौरा में अंतिम संस्कार में गृह मंत्री समेत बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और पार्टी के बड़े पदाधिकारी पहुंचे. बीजेपी ने अपने नेता को अंतिम विदाई देने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी.
6 जिलों में कल्याण सिंह के नाम पर एक-एक सड़क
कल्याण सिंह 90 के दशक में यूपी में बीजेपी के सबसे बड़े नेता रहे. यही वजह है कि जब 1991 में बीजेपी पहली बार राम मंदिर आंदोलन के चलते बहुमत के साथ सत्ता में आई तो उन्हें मुख्यमंत्री बनाया गया. कल्याण सिंह वैसे तो लोध बिरादरी से आते थे, लेकिन उनकी मान्यता सभी जातियों में थी. सवर्ण से लेकर पिछड़ा, हर कोई कल्याण सिंह को मानता था. कल्याण सिंह परम राम भक्त थे. वह ऐसे मुख्यमंत्री थे जिन्होंने प्रभु श्रीराम के लिए मुख्यमंत्री की गद्दी तक छोड़ दी थी और इसीलिए उनके निधन के बाद यह तय किया गया कि अयोध्या में राम मंदिर तक जाने वाली मुख्य सड़क का नाम कल्याण सिंह के नाम पर रखा जाएगा. इतना ही नहीं प्रदेश के 6 शहरों में सड़क का नामकरण कल्याण सिंह के नाम पर किया जाएगा. खुद उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और पीडब्ल्यूडी मंत्री केशव प्रसाद मौर्य इस बात का ऐलान किया.
अब बीजेपी संगठन और सरकार की तैयारी है कि कल्याण सिंह को उनके कद के हिसाब से ही सम्मान पूरे प्रदेश में दिया जाए. इसीलिए प्रदेश के कई जिलों में कल्याण सिंह की प्रतिमा लगाने की भी योजना तैयार की गई है. माना जा रहा है कि लखनऊ, अलीगढ़ के साथ-साथ कल्याण सिंह की एक प्रतिमा अयोध्या में भी लगाई जा सकती है. वहीं उनके नाम पर कोई सरकारी योजना भी घोषित की जा सकती है.
क्या बोले मंत्री?
हालांकि सरकार के मंत्री जय प्रताप सिंह का कहना है कि चुनाव से और इस सम्मान का कुछ लेना देना नहीं है. अगर कल्याण सिंह का निधन 6 महीना पहले भी हुआ होता तो सरकार उनके सम्मान में यह सारी चीजें करती. कल्याण सिंह इतने बड़े कद के नेता थे कि उन्हें इसी तरह से सम्मान दिया जा सकता है.
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