Gorakhpur News: गोरखनाथ मंदिर (Gorakhnath Temple) के बाहर दो पीएसी जवानों पर हमले के आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी को एनआईए एटीएस कोर्ट द्वारा फांसी की सजा सुना दी गई है. फांसी की सजा सुनाये जाने के बाद गोरखपुर स्थित उसके घर पर सन्नाटा पसरा हुआ है. अहमद मुर्तजा अब्बासी के घर पर प्रतिक्रिया लेने पहुंचे मीडिया कर्मियों से रिश्तेदार महिला ने जमकर बदसलूकी की. उन्होंने मीडियाकर्मियों पर खबर को गलत और तोड़ मरोड़ कर दिखाने का आरोप लगाया और कहा कि घर और अस्पताल की फुटेज दिखाई तो मानहानि का दावा करूंगी.


दरअसल, गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर के सामने दो पीएसी जवानों पर हमला किया गया था. गोरखपुर के पास सिविल लाइंस इलाके के प्रतिष्ठित परिवार में पैदा हुए अहमद मुर्तजा अब्बासी आईआईटी मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग पास आउट है. बीते साल 3 अप्रैल 2022 को उसने गोरखनाथ मंदिर के मुख्य दक्षिण द्वार के सामने सुरक्षा में खड़े दो पीएसी जवानों के ऊपर बांके से हमला कर दिया था. उसने जवानों के अत्याधुनिक हथियार भी छीनने का प्रयास किया था. 4 अप्रैल को उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था.


28 जनवरी को किया गया था दोषी करार
यूपी के लखनऊ की एनआईए-एटीएस कोर्ट ने 28 जनवरी को उसे दोषी करार दिया था. 30 जनवरी को उसे फांसी की सजा सुनाने के बाद से ही उसके घर पर सन्नाटा पसरा हुआ है. जब मीडियाकर्मी उसके घर पर प्रतिक्रिया लेने पहुंचे तो रिश्तेदार महिला मीडिया वालों के साथ अभद्रता करने लगी. उन्होंने घर और अस्पताल के फुटेज चलाने पर मानहानि का दावा करने की धमकी दी. मीडिया कर्मियों ने कहा कि वह बस उनकी प्रतिक्रिया चाहते हैं अगर वह कुछ बोलना चाहे तो बोल सकती हैं. लेकिन उन्होंने मीडिया पर खबरों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया.


महिला काफी देर तक अपने कर्मचारियों के साथ मीडिया वालों पर बरसती रहीं. वे लगातार पत्रकारों के साथ बदसलूकी और अभद्र व्यवहार करती रही और देख लेने की धमकी भी दी. अहमद मुर्तजा अब्बासी को फांसी की सजा सुनाए जाने के बाद उनका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया है. उन्होंने मीडिया वालों को अस्पताल को बदनाम करने का आरोप लगाया. मुर्तजा को फांसी की सजा सुनाए जाने के बाद परिवारवाले सीधे मीडिया को निशाना बना रहे हैं. क्योंकि अहमद मुर्तजा अब्बासी के पिता ने उसे हमले के ठीक बाद मानसिक रूप से बीमार बताया था. उन्होंने कहा था कि उनका बेटा मानसिक रूप से बीमार है और उसका इलाज भी चल रहा है.


हालांकि कोर्ट ने अहमद मुर्तजा अब्बासी को फांसी की सजा सुना दी है. अहमद मुर्तुजा अब्बासी ने हमले के दौरान धार्मिक नारे भी लगाए थे इसके साथ ही वह विदेशी आतंकी संगठनों के संपर्क में भी रहा है. सोशल मीडिया के माध्यम से कई आतंकी संगठनों से संपर्क होने के साथ ही उन्हें फंडिंग करने कभी उस पर आरोप है. उसकी गिरफ्तारी के समय उसके बैग से उर्दू में धार्मिक किताबें भी मिली थी. हमले के दौरान भी उसने धार्मिक नारे लगाए थे. गोरखनाथ मंदिर पर हमले के बाद आतंक का पर्याय बने अहमद मुर्तजा अब्बासी की हरकते सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हुई थी. जिसमें में साफ दिखाई देता है कि उसने किस तरह से दहशतगर्दी फैलाई थी.


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