UP News: प्रयागराज (Prayagraj) स्थित बेली अस्पताल (Beli Hospital) का एक वीडियो शनिवार को सोशल मीडिया (Social Media) पर खुब वायरल हो रहा था. वीडियो में महिला हॉस्पिटल के वार्ड में नमाज (Namaz) पढ़ते दिखाई दे रही थी. अब इस मामले में एआईएआईएम (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने ट्वीट किया है. ओवैसी ने अपने ट्वीट में नमाज पढ़ने वाली महिला के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज किए जाने का दावा किया है.


ओवैसी ने अपने ट्वीट में नमाज पढ़ने के मामलों पर एफआईआर दर्ज किए जाने को गलत बताया है. उन्होंने लिखा है, "अस्पताल में भर्ती, अपने रिश्तेदार की देख-भाल करने वाले किसी कोने में, किसी को तकलीफ दिए बगैर,अपने मजहब के मुताबिक इबादत करते हैं तो इस में जुर्म क्या है? क्या यूपी पुलिस के पास कोई और काम नहीं है? जहां भी नमाज पढ़ी जाती है, वहां नमाजियों पर एफआईआर दर्ज हो जाती है."




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प्रयागराज पुलिस ने किया खंडन
वहीं प्रयागराज पुलिस के द्वारा भी इस मामले में ट्वीट किया गया है. पुलिस ने ओवैसी के आरोपों का खंडन करते हुए ट्वीट में लिखा है, "वायरल वीडियो की जांच में पाया गया कि वीडियो में दिख रही महिला के द्वारा बिना किसी गलत इरादे के, किसी के भी कार्य और आवागमन को प्रभावित किए बिना चिकित्सालय में भर्ती अपने मरीज के शीघ्र स्वस्थ्य होने हेतु प्रार्थना करते हुए नमाज अदा की गई. इनका यह कृत्य किसी अपराध की श्रेणी में नहीं आता है."



पुलिस ने बताया कि महिला की एक रिश्तेदार इस अस्पताल में भर्ती है. महिला ने एक किनारे नमाज अदा करते हुए अपने रिश्तेदार की सलामती के लिए दुआ की थी. महिला द्वारा पढ़ी गई नमाज से अस्पताल के काम या मरीजों को कोई व्यवधान नहीं हुआ. पुलिस का कहना है कि कुछ लोग गलत जानकारी के साथ मामले को बेवजह तूल दे रहे हैं. 


प्रयागराज पुलिस के खंडन के बाद असदुद्दीन ओवैसी को सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल किया जा रही है. तमाम लोगों ने कमेंट करते हुए कहा है कि ओवैसी को पूरी जानकारी लेने के बाद ही किसी मामले पर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए.


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