नई दिल्ली. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से सेक्युलरिज्म पर दिए बयान को लेकर एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने जोरदार हमला बोला है. ओवौसी ने योगी के बयान पर पलटवार करते इसे वाहियात बताया. ओवैसी ने कहा कि योगी का बयान संविधान और संविधान निर्माताओं का अपमान है.
ओवैसी ने सीएम योगी से सवाल किया कि पेट्रोल, डीजल और एलपीजी की कीमतें बढ़ रही हैं. लोगों को नौकरियां नहीं मिल रही हैं. महिलाएं परेशान हैं. क्या ये सब सेक्युलरिज्म की वजह से है? उन्होंने पूछा कि क्या संविधान की प्रस्तावना में स्वतंत्र विचार की गारंटी धर्मनिरपेक्षता को नहीं दर्शाती है. "मैं पूछता हूं कि क्या अनुच्छेद 14, 19, 22, 25, 26, 29 और 30 धर्मनिरपेक्ष विचारों और मूल्यों को रिफ्लेक्ट नहीं करते हैं?"
ओवैसी यही नहीं रुके. उन्होंने हमला बोलते हुए कहा, "आप सेक्युलरिज्म के नाम पर भूमि पूजन कर रहे हैं. आप मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री होते हुए भूमि पूजन कर रहे हैं. वो सेक्युलरिज्म है? क्या सरकार का कोई मजहब होता है. भारत का ना कोई मजहब है और ना ही होगा. भारत सभी मजहबों को मानता है. भारत उनका भी सम्मान करता है जो किसी मजहब को नहीं मानते हैं. हम कहते हैं कि यहां के अधिकांश लोग धर्मनिरपेक्ष हैं, इसीलिए भारत धर्मनिरपेक्ष है."
संघ पर भी बोला हमला
ओवैसी ने कहा कि संघ हमेशा सेक्युलरिज्म तीखी जुबान बोलता है. उन्होंने कहा, “संघ भारत की विविधता को पहचानने के लिए कभी तैयार नहीं था. विषम दिनों में, वे कहते हैं कि भारत धर्मनिरपेक्ष है क्योंकि अधिकांश भारतीय धर्मनिरपेक्ष हैं. कभी वे कहते हैं कि धर्मनिरपेक्षता ने हमारी परंपराओं को वैश्विक मान्यता जीतने से रोक दिया है. ”
योगी ने क्या कहा था?
बता दें कि सीएम योगी ने शनिवार को एक कार्यक्रम में कहा था कि सेक्युलरिज्म भारत की संस्कृति और परंपराओं को वैश्विक मंच पर लाने में बहुत बड़ा खतरा है. उन्होंने कहा कि था हमें इससे उबरकर सात्विक मन से प्रयास करना होगा.
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