नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश का राजनैतिक मिज़ाज समझने असदुद्दीन ओवैसी कल यूपी पहुंच रहे हैं. वैसे तो राज्य मे चुनाव अगले साल की शुरुआत में है. लेकिन ओवैसी अपना होमवर्क शुरू कर चुके हैं. नतीजे के हिसाब से बिहार चुनाव उनके लिए शानदार रहा. वहां उनकी पार्टी के अब पांच विधायक हो गए हैं. ओवैसी अब यूपी में भी अपनी पार्टी की पतंग उड़ाना चाहते हैं.
इसी सिलसिले में वे आज़मगढ़ और जौनपुर का दौरा करेंगे. कहीं कोई राजनैतिक कार्यक्रम नहीं होगा, लेकिन एजेंडा शुद्ध रूप से पॉलिटिकल ही है. आज सवेरे वाराणसी एयरपोर्ट पर उतर कर वे सीधे आज़मगढ़ के लिए रवाना हो जाएंगे. वहीं आज़मगढ़ जहां से समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव अभी सांसद हैं. उनसे पहले उनके पिता मुलायम सिंह यादव यहां से लोकसभा के एमपी रहे.
मुसलमानों का गढ़ माने जाने वाले आज़मगढ़ की यूपी की राजनीति में एक ख़ास पहचान है. यहां के मूड से पूर्वांचल का मुस्लिम समाज अपना राजनैतिक एजेंडा तय करता है. ऐसे में असदुद्दीन ओवैसी के लिए भी पहला एजेंडा आज़मगढ़ का मिज़ाज समझने की है. अब से छह साल पहले भी वे वहां जाना चाहते थे. राजनैतिक कार्यक्रम करना चाहते थे. लेकिन अखिलेश यादव के राज में प्रशासन ने उन्हें इसकी इजाज़त नहीं दी. जब तक अखिलेश यूपी के सीएम रहे, परमिशन न मिलने से ओवैसी को 28 सभाएं रद्द करनी पड़ीं. शौक़त अली यूपी में AIMIM के अध्यक्ष हैं. ओवैसी का लंच उनके घर है. यहीं पर वे आज़मगढ़ के कुछ प्रभावशाली मुस्लिम लोगों से मुलाक़ात करेंगे. आज़मगढ़ के फूलपुर और सरायमीर इलाकों में उनका भव्य स्वागत करने की तैयारी है.
असदुद्दीन ओवैसी के दौरे में सुहेलदेव समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर भी साथ रहेंगे. दो साल पहले तक राजभर योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री थे. एनडीए के सहयोगी दल थे. राजभर अब ओवैसी के साथ हैं. आज़मगढ़ से पहले दोनों जौनपुर जाएंगे. यहां कई जगहों पर उनके समर्थक उनकी अगवानी करेंगे. वैसे ओवैसी रियाजुल उलूम भी जाना चाहते थे. लेकिन जौनपुर के डीएम ने इसकी इजाज़त नहीं दी. राहुल गांधी भी यहां का दौरा कर चुके हैं.
ओवैसी की कोशिश छोटी पार्टियों के साथ गठबंधन कर चुनावी मैदान में उतरने की है. ठीक ऐसा ही उन्होंने बिहार में किया था. इस बात की भी चर्चा है कि वे मायावती की पार्टी बीएसपी के साथ चुनावी समझौता कर सकते हैं. बिहार में दोनों साथ थे. यूपी के युवा मुसलमानों में ओवैसी को लेकर नया उत्साह दिख रहा है. यूपी की इस यात्रा के बहाने ओवैसी यूपी में अपने लिए राजनैतिक संभावनाएं टटोल रहे हैं.
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