AIMIM नेता पहुंचे वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट, कहा- 'लोगों को यूपी कालेज में पढ़ने दी जाए नमाज'
वाराणसी के AIMIM नेता परिसर में निर्धारित संख्या में लोगों को नमाज पढ़ने की अनुमति लेने के लिए वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट पहुंचे. उनका कहना है कि कुछ दिनों से परिसर में कोई भी नमाज पढ़ने नहीं जा रहा है.
Varanasi News: बीते सप्ताह वाराणसी के उदय प्रताप कॉलेज में वक्फ संपत्ति वाले दावे से जुड़े मामले को लेकर जमकर हंगामा देखने को मिला. कॉलेज के छात्र नेताओं ने इस बात को लेकर विरोध जताया कि वहां पर पहले इतनी बड़ी संख्या में लोग नमाज अदा करने के लिए नहीं आते रहे हैं और वक्फ संपत्ति का दावा बिल्कुल निराधार है.
हालांकि सेंट्रल सुन्नी वक्फ बोर्ड की तरफ से इस दावा को पहले ही छोड़ने को लेकर पत्र जारी कर दिया गया है. अब वाराणसी जनपद के स्थानीय AIMIM नेता परिसर में निर्धारित संख्या में लोगों को नमाज पढ़ने की अनुमति लेने के लिए वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट पहुंचे. वाराणसी के उदय प्रताप कॉलेज परिसर स्थित मस्जिद में निर्धारित संख्या में लोगों को नमाज पढ़ने की अनुमति प्रदान करने के लिए AIMIM पदाधिकारी वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट पहुंचे.
उनका कहना है कि बीते कुछ दिनों से परिसर में कोई भी नमाज पढ़ने नहीं जा रहा है. शांति व्यवस्था को कायम रखने के साथ-साथ पहले जैसी व्यवस्था के तहत कुछ लोगों को नमाज पढ़ने की अनुमति दी जाए. वहीं इस मामले में वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट की तरफ से कहा गया कि परिसर में पठन-पाठन और किसी व्यवस्था से जुड़े निर्णय के लिए कॉलेज प्रबंधन की जिम्मेदारी है.
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शांति व्यवस्था कायम
वहीं पुलिस प्रशासन की यह प्राथमिकता है कि परिसर में पूरी तरह शांति व्यवस्था कायम रहे. वहीं उदय प्रताप कॉलेज के छात्रों ने परिसर में बड़ी संख्या में लोगों के नमाज पढ़ने को लेकर अपना विरोध जताया है. उनका कहना है कि जिस प्रकार से वक्फ बोर्ड की तरफ से वक्फ संपत्ति होने का दावा किया गया वह पूरी तरह से निराधार है.
सेमेस्टर परीक्षाओं के समय और जुम्मे के नमाज के दिन पुलिस फोर्स की मौजूदगी भी परिसर में देखी गई. पहचान पत्र देखकर ही छात्रों और कर्मचारियों को कॉलेज परिसर में प्रवेश दिया जा रहा था. बता दें कि वक्फ बोर्ड के ओर से मस्जिद वाली जमीन को लेकर दावा किया गया है. इसके बाद वहां नमाज पढ़ी गई थी, उसके बाद ही ये पूरा विवाद शुरू हुआ.