UP Politics: अखिलेश यादव को 'भावी पीएम' बताने वाले बैनर पर ओवैसी की पार्टी ने ली चुटकी, जानें क्या कहा?
Akhilesh Yadav Hoardings: इंडिया के घटक दल कांग्रेस के साथ मनमुटाव जाहिर होने के बाद सपा दफ्तर के बाहर लगा अखिलेश यादव को देश का 'भावी प्रधानमंत्री' बताने वाला एक बैनर चर्चा का विषय बन गया है.
AIMIM On Akhilesh Yadav Hoardings: सपा मुखिया और पूर्व सीएम अखिलेश यादव को भावी प्रधानमंत्री बताते हुए राजधानी लखनऊ में सपा दफ्तर के बाहर लगाए गए पोस्टर पर असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने चुटकी ली है. एआईएमआईएम के प्रदेश प्रवक्ता मोहम्मद फरहान ने सोमवार को कहा कि मुंगेरी लाल के सपने देखने में कोई बुराई नहीं है, लेकिन समाजवादी पार्टी की जमीन पूरी तरह से खिसक चुकी है.
उन्होंने कहा कि पिछले कई चुनावों में, चुनाव दर चुनाव सपा को हार का सामना करना पड़ा है. समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के द्वारा ही यह पोस्टर लगाया गया है, लेकिन सपा मुखिया अखिलेश यादव और उनकी पार्टी के नेताओं से यह सवाल है कि वह 2014 का लोकसभा चुनाव हारे, 2017 का विधानसभा चुनाव हारे. इसके बाद 2019 का लोकसभा चुनाव हारे और 2022 का यूपी विधानसभा चुनाव भी हार गए.
"सपा के हारने की उम्मीद ज्यादा"
एआईएमआईएम नेता ने कहा कि 2024 के भी लोकसभा चुनाव में सपा के हारने की उम्मीद ज्यादा है. जीतने की संभावना बेहद कम है. उन्होंने कहा है कि उन्हें ये नहीं समझ में आ रहा है कि आखिर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता किस आधार पर पार्टी मुखिया अखिलेश यादव को देश का प्रधानमंत्री बता रहे हैं.
"सपना देखने पर कोई मुकदमा भी नहीं दर्ज होता"
सपा कार्यकर्ताओं द्वारा पोस्टर लगाए जाने पर तंज करते हुए एआईएमआईएम के प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि सपने देखने में कोई बुराई नहीं है. सपना कोई भी देख सकता है. यूपी की योगी सरकार सपना देखने पर कोई मुकदमा भी नहीं दर्ज कराएगी.
"मुसलमानों का सपा से मोह भंग हुआ"
एआईएमआईएम नेता ने आरोप लगाया कि प्रदेश के मुसलमानों का सपा से मोह भंग हो गया है. मुस्लिम समुदाय अब एआईएमआईएम के साथ है और यादव पूरी तरह से बीजेपी के साथ जा चुका है. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता सिर्फ मुंगेरी लाल के सपने देख रहे हैं और उनके सपने हकीकत से कोसों दूर हैं.
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