मेरठ। एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. प्रशासन लगातार दावा कर रहा है कि वह वायु प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए प्रयासरत है. मेरठ की बात करें तो यहां पर एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 300 के पार है.


मेरठ में वायु प्रदूषण का स्तर क्या है यह जानने के लिए एबीपी की टीम ने लोगों से बात की. साथ ही यहां के AQI के बारे में भी जानकारी ली. यह भी जानने की कोशिश की कि आखिर मेरठ के कौन से ऐसे इलाके हैं, जो सबसे ज्यादा प्रदूषित हैं.


बता दें कि मेरठ का पल्लवपुरम, गंगानगर लिसाड़ी गेट सबसे ज्यादा प्रदूषित इलाकों में शामिल है. मेरठ के सोमदत्त बिहार का AQI चेक किया तो यह 289 पाया गया.


इसके बाद वहां के स्टूडेंट्स बात की गई. छात्रों ने कहा कि सबसे ज्यादा सांस लेने और आंखों में जलन की दिक्कत उन्हें महसूस होती है. ऐसे में प्रशासन को जल्द ही कोई ठोस कदम उठाना चाहिए ताकि वायु प्रदूषण का स्तर कम हो और आम जनमानस राहत की सांस ले सके.


जिला प्रशासन का दावा है कि किसानों द्वारा चलाए जा रहे अवैध कोल्हू से निकलने वाली जहरीले हवा और निर्माण कार्यों से उड़ने वाली धूल की वजह से मेरठ, मुजफ्फरनगर, बागपत और शामली में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ा है.


हालांकि, प्रशासन लगातार प्रयासरत है और उम्मीद है कि जल्द ही वायु प्रदूषण को नियंत्रित कर लिया जाएगा. उल्लेखनीय है कि वायु प्रदूषण के ये हालात पिछले साल त्योहारों के बाद थे लेकिन आज दिल्ली-एनसीआर से जुड़े जिलो में ये हालात त्योहारों से पहले देखने को मिल रहे हैं.


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