दीपावली (Diwali 2021) के अगले दिन कई शहरों में वायु प्रदूषण (Air Pollution) खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है. दिवाली पर छोड़े गए पटाखों के धुंए की वजह से दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण बेहद खराब श्रेणी में है. प्रदूषण के कारण लोगों को कई दिक्कतें आ रही हैं. कई लोगों की आंखों में जलन के साथ-साथ सांस लेने में भी परेशानी हो रही है. डॉक्टरों की माने तो अस्थमा के मरीज, बुजुर्ग व बच्चे घर पर ही रहें तो ज्यादा बेहतर होगा.
नोएडा में वायु प्रदूषण का स्तर बेहद खराब
दिल्ली से सटे नोएडा में भी वायु प्रदूषण से लोगों की हालत खराब है. शुक्रवार सुबह धुएं की वजह से नोएडा में विजिबिलिटी काफी कम हो गई. स्मॉग की वजह से लोग काफी ज्यादा परेशान दिखे. स्मॉग की बड़ी वजह देर रात तक जिले में छुटाए गए पटाखों को माना जा रहा है.
कहां कितना AQI?
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (UPCB) के मुताबिक, नोएडा में चार मूर्ति चौक पर AQI- 465, सेक्टर 125 में AQI- 465, सेक्टर 62 में AQI- 424, सेक्टर 1 में AQI- 465 है. नोएडा में धुंध की सफेद चादर ने पूरे जिले को अपनी आगोश में ले रखा है.
बैन के बावजूद जमकर हुई आतिशबाजी
पिछले कई सालों से दीपावली और उसके दूसरे दिन दिल्ली-एनसीआर के कई जिलों में प्रदूषण का स्तर काफी तेजी से बढ़ जाता है. यही वजह है कि एनजीटी और सरकार ने यह निर्णय लिया था कि इस बार पटाखों की बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगाई जाएगी और वायु प्रदूषण के स्तर को सुधारने के लिए तभी संबंधित विभाग काम करेंगे.हालांकि वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए प्रशासन के सभी दावे खोखले साबित नजर आए.
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