यूपी: लखनऊ में प्रदूषण के स्तर में कमी, पटाखों पर बैन का लोगों ने किया स्वागत
वायु प्रदूषण जिस तेजी से खतरनाक स्तर पर पहुंच रहा है, इसे देखते हुये एनजीटी ने सख्त से सख्त कदम उठा रहा है. दिवाली में पटाखों पर बैन प्रदूषण को काफी हद तक कम कर सकता है.
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लखनऊ: बीते कुछ दिनों के मुकाबले राजधानी लखनऊ में दीपावली से ठीक एक दिन पहले हवा में प्रदूषण का स्तर कुछ कम देखने को मिला. राजधानी लखनऊ में आज सुबह एक्यूआई 254 दर्ज किया गया, वहीं लाल बाग इलाके में यह 317 रिकॉर्ड किया गया जो कि सीवियर कंडीशन है. लेकिन बीते कुछ दिनों के मुकाबले आज थोड़ा सुधार जरूर रहा. हालांकि सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकले युवाओं का साफ तौर पर कहना है कि कुछ दिनों से जिस तरह का मौसम बना हुआ है, उससे खासी दिक्कत सामने आ रही है. और जिस तरह से प्रदूषण से बचाने के लिए सरकार ने पटाखे बैन करने का फैसला लिया है उसका सभी स्वागत कर रहे हैं.
मेरठ में प्रदूषण का हाल
वहीं, दिल्ली एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. यही वजह है कि एनजीटी और प्रशासन ने कड़े रुख अपनाते हुए इस बार बिना पटाखों की दीपावली मनाने के निर्देश दिए हैं. एनजीटी ने साफ कह दिया है कि दिल्ली-एनसीआर में ना तो पटाखे बेचे जाएंगे और ना ही पटाखे छुटाए जाएंगे लेकिन दीपावली से एक दिन पहले वायु प्रदूषण का स्तर मेरठ में क्या है, यह जानने के लिए एबीपी गंगा की टीम मेरठ के भैसाली बस अड्डे पहुंची और वहां पर मौजूद लोगों से बात कर वायु प्रदूषण से होने वाली परेशानियों के बारे में जाना और वहां के AQI का स्तर को भी जाना जो बेहद खराब स्थिति में था.
आंखों में जलन, सांस लेने में दिक्कत
मेरठ के भैसाली बस अड्डे पर मौजूद यात्रियों का कहना है कि वायु प्रदूषण से उन्हें कितनी दिक्कत हो रही है, ये जानने की कोशिश हमारी टीम ने की तो लोगों ने बताया कि सांस लेने में दिक्कत हो रही है, आंखों में जलन हो रही. धुंध काफी ज्यादा रहती है, जिससे हादसे की आशंका बनी रहती है. इसलिए पर्यावरण शुद्ध रखने के लिए पटाखे न छुटाए जाय तो ही बेहतर रहेगा और NGT ने जो कदम उठाया वो बेहतर है, उसकी सराहना होनी चाहिए, क्योंकि जान है तो जहान है.
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