देहरादून. मोदी मंत्रिमंडल में बुधवार को हुए फेरबदल में उत्तराखंड से 2019 में नैनीताल-उधमसिंह नगर लोकसभा सीट से सांसद चुने गए अजय भट्ट को राज्यमंत्री के रूप में जगह मिली है. बीजेपी ने खासतौर पर कुमाऊं के ब्राह्मणों को साधने के लिए यह फैसला लिया है. क्योंकि कुमाऊं क्षेत्र बीजेपी के लिए चुनौती बना हुआ है. पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी को बंपर सीटें जिताने वाले कुमाऊं में पिछले साढ़े चार साल में उपेक्षा का दौर जारी रहा. इसी वजह से प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन में भी कुमाऊं के पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बनाया गया. अब केंद्र में भी कुमाऊं के ब्राह्मण को लेकर यह स्पष्ट कर दिया है यह क्षेत्र पार्टी की प्राथमिकता में हैं, लेकिन रमेश पोखरियाल निशंक के बारे में जैसी अटकलें थी वैसा ही हुआ, उनकी छुट्टी कर दी गई.


...तो मुख्यमंत्री बन सकते थे भट्ट 
अजय भट्ट पिछला विधानसभा चुनाव रानीखेत से हार गए थे. यह माना जा रहा था कि यदि वो चुनाव ना हारते तो त्रिवेंद्र सिंह रावत के स्थान पर मुख्यमंत्री बनते, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और वो चुनाव हार गए। इसके बाद वर्तमान विधानसभा के कार्यकाल में जब भी बीजेपी ने प्रदेश में मुख्यमंत्री बदला हर बार भट्ट का नाम प्रमुखता से आगे रहा, लेकिन आखिर में उन्हें निराशा ही हाथ लगी. अब उन्हें केंद्रीय राज्यमंत्री बनाकर पार्टी ने उन्हें उनकी निष्ठा का इनाम दिया है.


कौन है अजय भट्ट? 
अविभाजित उत्तर प्रदेश में विधान परिषद सदस्य रहे हैं
वर्ष 2000 में राज्य गठन के समय अंतरिम बीजेपी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे 
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे 
2019 में नैनीताल-ऊधमसिंह नगर लोकसभा सीट से सांसद चुने गए


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